इसके पीछे सरकार और जिला प्रशासन का ध्येय परीक्षाओं में नकल को रोकना और ईमानदार व परिश्रमी छात्रों को प्रोत्साहित करना है। उन्होंने कहा बोर्ड परीक्षाओं में अनुचित साधनों का प्रयोग करने वाले ईमानदार और मेहनती छात्रों के हक पर चोट करते है, इसे कतई सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन का नकल रहित, स्वतंत्र और निष्पक्ष परीक्षाएं आयोजित करने पर विशेष फोकस है।
परीक्षा में हेराफेरी और गड़बड़ी को रोकने के लिए पुख्ता सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं सुनिश्चित :
उपायुक्त ने कहा कि जिला शिक्षा विभाग सहित सभी निजी और सरकारी संस्थानों को परीक्षाओं के दौरान कड़ी निगरानी रखने के लिए उचित कदम उठाने तथा दोषियों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि परीक्षा के दौरान नकल करते और करवाते हुए पकड़े जाने पर दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि वे स्वयं भी परीक्षाओं की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। हरियाणा सरकार सहित हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी व जिला प्रशासन जिला में नकल रहित निष्पक्ष एवं पारदर्शी परीक्षाएं करवाने के लिए कृतसंकल्प हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी द्वारा परीक्षा में किसी भी तरह की हेराफेरी और गड़बड़ी को रोकने के लिए विशेष प्रकार की तैयारियां की गई हैं। जिला प्रशासन की ओर से भी परीक्षा में हेराफेरी और गड़बड़ी को रोकने के लिए पुख्ता सुरक्षा प्रबंध सुनिश्चित करते हुए अलर्ट मोड में कार्य किया जा रहा है।
परीक्षा में नकल करते या करवाते पकड़े जाने पर होगी सख्त कार्रवाई : उपायुक्त
उपायुक्त डा. हरीश कुमार वशिष्ठ ने कहा कि परीक्षाओं में कदाचार एक गंभीर चिंता का विषय है तथा इससे परीक्षा आयोजित करने का संपूर्ण उद्देश्य ही निष्फल हो जाता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार स्वतंत्र और निष्पक्ष परीक्षाएं सुनिश्चित करने तथा कदाचार को रोकने के लिए सभी एहतियाती उपाय प्रयोग कर रही है। परीक्षाओं में अनुचित साधनों के प्रयोग पर रोक लगाने के लिए विद्यालयों में मॉनिटरिंग कमेटी का गठन भी किया हुआ है।
यह समिति परीक्षाओं में किसी भी प्रकार के कदाचार पर अंकुश लगाने के लिए उत्तरदायी होगी। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए कि वे विद्यालयों की मॉनिटरिंग कमेटी और विद्यार्थियों के अभिभावकों की एक संयुक्त बैठक आयोजित कर उन्हें नकल रोकने के लिए प्रोत्साहित करें। उन्होंने कहा कि नकल करने वाले बच्चों का भविष्य अंधकारमय हो जाता है।
नकल रहित परीक्षा आयोजित करवाने के लिए जिला में सक्रिय है उड़नदस्ता टीम :
उपायुक्त ने कहा कि सभी विद्यालयों के प्राचार्यों और संचालकों को परीक्षाओं में अनुचित साधनों का प्रयोग कर नकल की रोकथाम सुनिश्चित करने के निर्देश जारी किए गए है। उन्होंने कहा कि परीक्षा के दौरान नकल करते और करवाते हुए पकड़े जाने पर दोषी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि बड़े स्तर पर नकल पकड़े जाने पर पूरी परीक्षा रद्द की जाएगी।
निष्पक्ष परीक्षा आयोजित करवाने के दृष्टिगत जिला में बनाए गए परीक्षा केंद्रों पर उड़नदस्ता टीम सक्रिय है। यह उडऩ दस्ता टीम परीक्षाओं के दौरान औचक निरीक्षण कर रही है। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को भी निगरानी रखने के कड़े निर्देश दिए गए हैं। उन्होने दोहराया कि राज्य सरकार परीक्षाओं में अनुचित साधनों के प्रयोग को गंभीरता से ले रही है और इसमें किसी भी स्तर पर समझौता नहीं किया जाएगा।
बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं होगा बर्दाश्त : उपायुक्त
उपायुक्त डॉ. हरीश कुमार वशिष्ठ ने कहा कि हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी की ओर से जिला पलवल में बनाए गए परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की जा रही विभिन्न प्रकार की परीक्षाओं में गड़बड़ी करके नकल करने और नकल कराने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि बच्चों के भविष्य के साथ कोई खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि नकल कराने में कोई भी दोषी होगा उसे छोड़ा नहीं जाएगा। उन्होंने छात्रों और अभिभावकों से आह्वान किया कि वे परीक्षा के दौरान नकल करके और नकल करवाकर पास होने के बजाए कड़ी मेहनत करें और परीक्षा में अच्छे नंबर लेकर जाएं।
उन्होंने कहा कि परीक्षाओं में पर्चियां डालकर नकल कराने का अनुचित तरीका अपनाकर अभिभावक बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन की ओर से किसी भी स्तर की नकल को गंभीरता से लिया जाएगा। उन्होंने कहा नकल कराने में यदि शिक्षा विभाग के अधिकारी भी दोषी पाए गए तो उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।
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