पर्यटन सचिव ने उपस्थित अधिकारियों को थीम स्टेट व पार्टनर देशों से आने वाले कलाकारों, शिल्पकारों के लिए उचित व्यवस्था सुनिश्चित करने व पूरी जिम्मेवारी के साथ मेले के सफल आयोजन में अपनी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस अंतर्राष्ट्रीय मेले के आयोजन से जुड़े अधिकारी निर्धारित समयावधि में अपने विभाग से संबंधित सभी व्यापक प्रबंध सुनिश्चित करें।
आपको बता दें कि सूरजकुंड मेले को डिजिटल रूप दिया गया है। पहली बार स्टॉल की बुकिंग ऑनलाइन की गई हैं। पूरी पारदर्शिता बनाए रखते हुए सूरजकुंड का यह शिल्प मेला डिजिटल प्लेटफार्म के साथ पर्यटन के क्षेत्र में आमजन के स्वागत के लिए तैयार हो रहा है।
मेले से जुड़े हर पहलू की जानकारी सूरजकुंड मेला डॉट कॉम डॉट इन पर उपलब्ध रहेगी। इस बार 38वें सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेले में उड़ीसा व मध्यप्रदेश थीम स्टेट हैं और बिम्सटेक-बांग्लादेश, भूटान, इंडिया,म्यांमार, नेपाल, श्रीलंका व थाईलैंड राष्ट्र भागीदार हैं और नॉर्थ ईस्ट हैंडलूम एंड हैंडीक्राफ्ट एसोसिएशन मेले का कल्चरल पार्टनर है, साथ ही दिल्ली मेट्रो टिकटिंग पार्टनर रहेगा।
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