सुबह–सुबह स्टेडियम के सफाई कर्मचारियों ने जयहिन्द को बुलाया और अपनी समस्या बताई जयहिन्द ने सफाई कर्मचारियों के साथ झाड़ू भी लगाई। जयहिन्द ने मुख्यमंत्री जी से अपील करते हुए कहा कि आपके व सरकार के लगभग सभी कार्यक्रम इसी स्टेडियम में होते तो आपको 26 जनवरी तक इन कर्मचारियों की समस्या का निवारण करना चाहिए नहीं तो हम सब झाड़ू लेकर डीसी ऑफिस में पहुंचेंगे।
इसके बाद रोहतक जिले के गांव सुंदरपुर में स्थित महाकाल अखाड़े के पहलवानों ने जयहिन्द को बुलाया और बादाम रगड़ा पिलाकर व इक्कीस हजार रुपए देखे सम्मानित किया। जयहिन्द ने पहलवान मुकेश व उनकी पूरी टीम का आभार जताया।
जयहिन्द ने सभी को नव वर्ष की शुभकामनाएं दी व रविवार 12 जनवरी को रोहतक तम्बू में आयोजित होने वाले भंडारे का न्योता दिया। इस मौके पर पहलवान मुकेश, रवि पहलवान, अतुल पहलवान, पहलवान नवीन शर्मा, आदि मौजूद रहे।
इसके बाद जयहिन्द पूर्व मुख्यमंत्री के गांव सांघी पहुंचे जहां की महिलाएं अपने टूटे हुए घरों की समस्या लेकर पेड़ के नीचे पहुंची थी। जयहिन्द ने नववर्ष के अवसर पर उनकी सहायता की ओर उनके टूटे हुए घर बनवाने के लिए ईंटें, रोड़ी, रेती, टीन व सीमेंट आदि उनके घर डलवाया और मिस्रियों को बोला इनका घर बनाए। जयहिन्द ने पूर्व मुख्यमंत्री, मुख्यमंत्री व पंचायत मंत्री से अपील करते हुए कहा कि आप एक बार सांघी गांव आकर इन लोगों के हालात देखे और इनकी समस्याओं का समाधान करें।
जयहिन्द ने 7027–822–822 नंबर जारी करते हुए बताया कि जो भी साथी जयहिन्द सेना से जुड़ना चाहता है वह हमारे इस नंबर पर कॉल करके हमसे सीधा जुड़ सकता है।
जयहिन्द ने बताया कि पहलवान मुकेश व उनसे पूरी टीम बहुत ही संघर्षशील है। पहलवान अतुल(सुंदरपुर) यहां बच्चों को पहलवानी सिखाने के लिए कोई पैसे नहीं लेते। यहां तक कि एक किला अखाड़े के लिए दान किया हुआ है ताकि बच्चों को पहलवानी सीखने में किसी तरह की कोई समस्या न आए। आपको बता दें कि इस अखाड़े से बहुत से पहलवान सरकारी नौकरी पा चुके है, बहुत से अंतरराष्ट्रीय पहलवान व भारत केसरी नीरज पहलवान ने इसी अखाड़े में पहलवानी करते है।
पहलवान जी ने बताया कि जयहिन्द एक ऐसा आदमी है जो निस्वार्थ भाव से हर वर्ग के लोगों की मदद करता है और लोगों की समस्याओं का समाधान करवाने के लिए अकेले ही सरकार व प्रशासन से भीड़ जाता है। आप इस बात से अंदाजा लगा सकते है कि जयहिन्द ने ही सोटा उठाकर खिलाड़ियों का 3% खेल कोटा बहाल करवाया था, दादा दुलीचंद की बारात से लाखों बुजुर्गो, विकलांगों व विधवा महिलाओं की पेंशन बनी व फैमिली आईडी और बीपीएल कार्ड संबंधित समस्याओं का समाधान हुआ, पहरावर की जमीन से सालों से सरकारों का कब्जा हटवाया, बेरोजगारों की बारात निकाली जिससे 25 हजार बेरोजगार युवाओं को सरकारी नौकरी मिली, दलितों के घर गिराने से बचाए व बहुत से ऐसे आंदोलन जयहिन्द ने किए जिनसे लाखों बुजुर्गो, बेरोजगारों, विकलांगों, खिलाड़ियों व हर वर्ग के लोगों को लाभ मिला।
Post A Comment:
0 comments: