महाविद्यालय प्रांगण में विधिवत रूप से आयोजित इस सूर्य - नमस्कार के कार्यक्रम में कुमार यश जोकि महाविद्यालय में कक्षा बी.ए. प्रथम वर्ष का छात्र है और महाविद्यालय के योग - क्लब का अहम छात्र सदस्य भी है नें अपने उम्दा प्रदर्शन द्वारा सभी का मन मोह लिया ।
इस अवसर पर छात्र यश द्वारा सूर्य - नमस्कार के दौरान किए जाने वाले सभी 12 आसनों का विधिवत रूप से प्रदर्शन किया गया और संचालक विमलप्रकाश गौतम जी द्वारा इन आसनों के बारे में बताया गया कि इसको रोजाना करने से हमारे शरीर को क्या - क्या लाभ मिलते हैं... किस प्रकार राजा शिवाजी सूर्य - नमस्कार के द्वारा बलशाली बनें... यदि हम रोजाना इन 12 आसनों का अभ्यास निरंतर रूप से करते हैं तो हम शारीरिक रूप से बलवर्धक होने के साथ - साथ मानसिक रूप से भी मजबूत बन सकते हैं ।
छात्र कुमार यश के प्रदर्शन से खुश होकर प्राचार्य डॉ.चंदर शेखर वशिष्ठ जी नें 1100/- रुपये नगद देकर और महाविद्यालय में ही कार्यरत सहायक प्रोफ़ेसर डॉ.वीना जी नें 500/- रुपये नगद देकर छात्र का हौंसला बढ़ाया और छात्र के उज्ज्वल भविष्य की कामना की ।
इस मौके पर महाविद्यालय के वरिष्ठ प्रोफ़ेसर डॉ.दिनेश जून जी नें शीर्ष - आसान की प्रस्तुति देकर न केवल उन्होनें अपनी शारीरिक फिटनेस का परिचय ही दिया बल्कि सभी मौजूद लोगों को अचंभे में डाल दिया कि करीब 58 वर्ष की आयु में योग के द्वारा हम स्वयं को कैसे फिट रख सकते हैं ।
कार्यक्रम के अंत में विमलप्रकाश गौतम जो कि इस कार्यक्रम के एवं महाविद्यालय के योग - क्लब के नोडल अधिकारी भी हैं ने सभी उपस्थित छात्रों एवं कर्मियों का धन्यवाद करते हुए महाविद्यालय में होने वाले योग - ब्रेक में भाग लेनें का आग्रह किया ।
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