जिला में नेशनल डी-वॉर्मिंग डे कार्यक्रम के तहत आगामी 11 फरवरी को जिला में राष्टï्रीय कृमि मुक्ति दिवस मनाया जाएगा तथा 18 फरवरी को मॉप-अप दिवस के दिन एक वर्ष से 19 वर्ष तक वालों को एल्बेंडाजोल की गोलियां आंगनबाड़ी केंद्र, स्कूलों तथा स्लम एरिया में जाकर खिलाई जाएगी।
कार्यक्रम की समीक्षा के लिए उपायुक्त डा. हरीश कुमार वशिष्ठï ने बुधवार को जिला सचिवालय स्थित सभागार में स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, महिला एवं बाल विकास सहित आईएमए पलवल व अन्य संबंधित विभागों के विभागाध्यक्षों के साथ बैठक कर विशेष अभियान की रूपरेखा तैयार की।
डीसी ने कहा कि बच्चों को कुपोषण से बचाने तथा उन्हें स्वास्थ्य के बारे में जागरुक करने के लिए सभी विभाग आपसी तालमेल के साथ राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस अभियान में पूर्ण सहयोग करें। कार्यक्रम के माध्यम से 11 फरवरी को एक से 19 वर्ष वालों को आंगनवाड़ी केंद्रों व स्कूलों तथा स्लम एरिया में जाकर एल्बेंडाजोल की गोली खिलाई जाएगी।
इस अभियान को सफल बनाने के लिए योजनाबद्ध तरीके से कार्य करें और शत प्रतिशत बच्चों को दवा खिलाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि कृमि मुक्ति दिवस मनाए जाने का मुख्य उद्देश्य बच्चों में पेट के कीड़ों की बीमारी से मुक्त करना है। यह बीमारी बच्चों में शारीरिक कमजोरी उत्पन्न करती है, जिससे बच्चा कुपोषण का शिकार हो जाता है। उन्होंने कहा कि बच्चों को कुपोषण से बचाने में शिक्षक अहम भूमिका निभा सकते हैं।
उपायुक्त ने निर्देश दिए कि शिक्षा विभाग अभिभावकों को इस अभियान के बारे में जागरुक करें। उन्होंने कहा कि जिला में लक्ष्य अनुसार शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर जाकर ही बच्चों को एल्बेंडाजोल की दवा खिलाएं। इसके अलावा एएनएम व आंगनबाड़ी वर्कर यह सुनिश्चित करें कि कोई भी बच्चा दवा से वंचित न रहे। इसके अलावा विद्यालयों में छात्र-छात्राओं को स्वास्थ्य व स्वच्छता के टिप्स बताएं।
विशेषकर छोटे बच्चों को हैंडवॉश के बाद खाना खाने के फायदे जरुर बताएं। विद्यालयों में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। बच्चों के बाल, नाखून आदि कटे हुए हों। विद्यालयों में स्वच्छ पेयजल का व्यापक प्रबंधन होना चाहिए। उन्होंने आईएमए पलवल को निर्देश दिए कि वे प्राइवेट ओपीडी में बच्चों को एल्बेंडाजोल की गोली खिलवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने बीडीपीओ व श्रम विभाग को इस बारे अपने संबंधित क्षेत्र में अधिक से अधिक जागरूकता फैलाने के निर्देश दिए।
एक से दो साल के बच्चों को आधी व दो से 19 साल वालों को खिलाई जाएगी पूरी गोली : सीएमओ
सिविल सर्जन डा. जयभगवान जाटान ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम के तहत 11 फरवरी को जिला में लगभग 6 लाख बच्चों को एल्बेंडाजोल (पेट के कीड़े मारने की दवा) खिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने बताया कि एक से दो साल तक के बच्चों को आधी गोली, दो से 19 साल तक वालों तथा 20 से 24 साल की प्रजनन वर्ग की महिलाओं को पूरी गोली खिलाई जाएगी। इसके अलावा जो बच्चे या व्यस्क इस अभियान के तहत गोली खाने से वंचित रह जाएंगे उन्हें 18 फरवरी को एल्बेंडाजोल की गोली खिलाई जाएगी।
उन्होंने अभिभावकों से अपील की है कि वे अपने बच्चों को पेट के कीड़े मारने की गोली खिलाने के लिए अपने नजदीकी आशा वर्कर, एएनएम आंगनवाड़ी वर्कर को सहयोग करें। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस की तैयारी के लिए शिक्षकों और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को बच्चों को गोली खिलाने के लिए प्रशिक्षित किया गया है।
आशा और अन्य कार्यकर्ता जागरूकता पैदा करेंगे और बच्चों को इस दिन कृमि मुक्त करने के लिए प्रेरित करेंगे। इस मौके पर उपायुक्त ने सभी को भारत को 2025 तक टीबी मुक्त बनाने का संकल्प भी दिलवाया। बैठक में डीडीपीओ उपमा देवी, डिप्टी सिविल सर्जन पलवल डा. रामेश्वरी, मेडिकल अधिकारी डा. योगेश मलिक, डा. रूचि, लेबर इंस्पेक्टर महेश कुमार, सुरेंद्र कुमार व अनुज सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।
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