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ADC अखिल पिलानी ने दिलाई संविधान प्रस्तावना की शपथ

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पलवल, 17 जनवरी। भारत देश के संविधान अपनाने के 75 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में भारत सरकार की ओर से मनाए जा रहे ‘हमारा संविधान-हमारा स्वाभिमान’ अभियान के तहत जिला प्रशासन की ओर से शुक्रवार को जिला में जिला स्तरीय सामूहिक ‘संविधान प्रस्तावना वाचन’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। अतिरिक्त उपायुक्त अखिल पिलानी ने इस अवसर पर जिला सचिवालय परिसर में अधिकारियों व कर्मचारियों सहित आमजन को संविधान प्रस्तावना की शपथ दिलाई। 

हथीन व होडल प्रशासन की ओर से भी ‘संविधान प्रस्तावना वाचन’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सभी ने मिलकर संविधान की रक्षा और अनुपालना करने का संकल्प लिया। उन्होंने कहा कि हमारा संविधान हमारे अधिकारों की रक्षा करता है। 

देश के प्रत्येक नागरिक को समानता का अधिकार देता है। संविधान से ही सभी नागरिकों के अधिकार संरक्षित है। यह अधिकार हमें कर्तव्यबोध भी करवाते हैं। इसलिए देश के प्रत्येक नागरिक को अपने संविधान के प्रति सच्ची निष्ठा और श्रद्धा रखनी चाहिए।

अतिरिक्त उपायुक्त अखिल पिलानी ने कहा कि भारत का संविधान एक लिखित दस्तावेज है, जो सरकार और उसके संगठनों के मौलिक बुनियादी संहिता, संरचना, प्रक्रियाओं, शक्तियों और कर्तव्यों और नागरिकों के अधिकारों और कर्तव्यों का निर्धारण करने वाले ढांचे को निर्धारित करता है। इसे 26 नवंबर 1949 को संविधान सभा द्वारा अंगीकृत किया गया था और यह 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ। 

उन्होंने कहा कि भारत सरकार की ओर से भारत देश के संविधान अपनाने के 75 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में ‘हमारा संविधान-हमारा स्वाभिमान’ अभियान के तहत विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में आज ‘संविधान प्रस्तावना वाचन’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य नागरिकों में संवैधानिक मूल्यों के प्रति जागरूकता बढ़ाना है।

डा. भीम राव अंबेडकर को को माना जाता है भारतीय संविधान का मुख्य वास्तुकार :

अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि संविधान के प्रारूप समिति के अध्यक्ष डा. भीम राव अंबेडकर को भारतीय संविधान का मुख्य वास्तुकार माना जाता है, जो देश की अद्वितीय सामाजिक, सांस्कृतिक और धार्मिक विविधता को ध्यान में रखते हुए देश का मार्गदर्शन और शासन करने के लिए एक व्यापक और गतिशील ढांचा प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि 1949 में भारत के संविधान को अपनाने के सम्मान में 26 नवंबर को संविधान दिवस मनाया जाता है। 

यह न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व के मूल्यों पर जोर देता है। हमारा संविधान अधिकारों, मार्गदर्शक सिद्धांतों, नागरिक जिम्मेदारियां के साथ कर्तव्यों को पालन करने के लिए प्रेरित करता है। उन्होंने कहा कि आज ही के दिन 26 नवंबर 1949 को भारतीय संविधान पारित हुआ था, जिससे हमारा देश लोकतांत्रिक गणराज्य बना। 

संविधान की रक्षा करना हर नागरिक का दायित्व है। उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम जिला के विभिन्न कार्यालयों, सरकारी व निजी विद्यालयों, महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों तथा स्थानीय निकायों जैसे ग्राम पंचायतों, नगर पालिका, नगर परिषद आदि में भी मनाया गया।

इस अवसर पर एसडीएम पलवल ज्योति, सीटीएम अप्रतिम, डीडीपीओ उपमा अरोड़ा सहित अधिकारी, कर्मचारी व आमजन मौजूद रहे।

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