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आंगनबाड़ी सुपरवाइजर्स को जागरूक करने के लिए दिया गया प्रशिक्षण

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फरीदाबाद, 30 दिसंबर। फरीदाबाद जिले में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा नये आंगनबाड़ी सुपरवाइजर्स को विभाग की विभिन्न योजनाओं और सेवाओं के बारे में जागरूक करने के उद्देश्य से एक दिवसीय ट्रेनिंग का आयोजन किया गया।

इस महत्वपूर्ण ट्रेनिंग सत्र का आयोजन महिला एवं बाल विकास, जिला कार्यक्रम अधिकारी मीनाक्षी चौधरी के नेतृत्व में किया गया। इस कार्यक्रम में आंगनबाड़ी सुपरवाइजर्स को प्ले स्कूल, पोषण, और अन्य संबंधित सेवाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।

ट्रेनिंग में विशेष ध्यान प्ले स्कूल, एसएनपी (संपूर्ण पोषण योजना) और आंगनबाड़ी केंद्रों की अन्य महत्वपूर्ण सेवाओं पर केंद्रित किया गया। प्रथम एजुकेशन फाउंडेशन से अमित ढाका, सुमन लता और शगुन ने ईसीसीई प्रोग्राम (Early Childhood Care and Education) के बारे में विस्तार से बताया। 

उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम कब शुरू हुआ और इसकी आवश्यकता क्यों पड़ी, साथ ही यह भी साझा किया कि विभाग ने प्ले स्कूल की शुरुआत कैसे की और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण देने के लिए किस तरह से पहल की गई।

उन्होंने सुपरवाइजर्स को प्ले स्कूल प्लानर, प्ले स्कूल रजिस्टर, प्ले स्कूल मॉनिटरिंग, अवलोकन के आधार पर मूल्यांकन और डैशबोर्ड के बारे में जानकारी दी। साथ ही, PSE किट के उपयोग के बारे में भी बताया और यह बताया कि इस किट का सही उपयोग प्ले स्कूल कार्यकर्ताओं को उनके प्री स्कूल के कार्यों को अधिक प्रभावी ढंग से करने में कैसे मदद करता है।

सुपरवाइजर्स को यह भी बताया गया कि प्ले स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्रों के निरीक्षण के दौरान हमें किन महत्वपूर्ण बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, ताकि हम इन केंद्रों की गुणवत्ता को और बेहतर बना सकें।

सीडीपीओ मोनिका ने एसएनपी (संपूर्ण पोषण योजना) के तहत बच्चों और महिलाओं के पोषण संबंधी पहलुओं पर महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। उन्होंने इस योजना के प्रभाव और लाभों के बारे में बताया, ताकि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता इसे सही तरीके से लागू कर सकें।

रॉकेट लर्निंग से भावना ने आंगनबाड़ी केंद्रों में डिजिटल शिक्षा के प्रसार पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि कैसे रॉकेट लर्निंग के द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बच्चों को डिजिटल माध्यम से गतिविधि का उपयोग करके शिक्षा प्रदान कर सकते हैं और यह तकनीक बच्चों के सीखने में कैसे मददगार साबित हो रही है।

ट्रेनिंग सत्र में पीपीओ हेमा कौशिक और  मीनू (इंचार्ज ओएससी) ने भी अपनी-अपनी योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया और उपस्थित सुपरवाइजर्स को इन योजनाओं का सही तरीके से कार्यान्वयन करने के लिए मार्गदर्शन प्रदान किया।

यह ट्रेनिंग कार्यक्रम न केवल आंगनबाड़ी सुपरवाइजर्स की क्षमता को बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि यह महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों के प्रभावी कार्यान्वयन में भी सहायक होगा। 

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