इस मौके पर केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर व पूर्व कैबिनेट मंत्री तथा बल्लभगढ़ के विधायक मूलचंद शर्मा ने आए हुए श्रद्धालुओं को अपने हाथ से लंगर वितरित किया। तत्पश्चात केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर व पूर्व कैबिनेट मंत्री तथा बल्लभगढ़ के विधायक मूलचंद शर्मा का स्वागत करते हुए प्रदेश की पूर्व शिक्षा मंत्री श्रीमती सीमा त्रिखा ने बीके चौक स्थित माता गुर्जरी व बाबा जोरावर व बाबा फतेह सिंह की प्रतिमा के समक्ष उन्हें स्मृति चिन्ह भेंट किया।
इस मौके पर सबसे पहले केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर व पूर्व कैबिनेट मंत्री तथा बल्लभगढ़ के विधायक मूलचंद शर्मा ने प्रतिमा के समक्ष नमन करते हुए कहा कि सिखों के दसवें गुरु गोबिंद सिंह जी के परिवार की शहादत को आज भी इतिहास की सबसे बड़ी शहादत माना जाता है। छोटे साहिबजादों का स्मरण आते ही देश ही नहीं पूरे विश्व के लोगों का सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है और सिर श्रद्धा से झुक जाता है।
देश में पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऐलान के बाद ही 26 दिसंबर को गुरु गोबिंद सिंह जी के छोटे साहिबजादों बाबा जोरावर सिंह जी और बाबा फतेह सिंह जी के साहस को श्रद्धांजलि देने के लिए वीर बाल दिवस पूरे देश-विदेश में मनाया जाने लगा।
पूर्व मंत्री श्रीमती सीमा त्रिखा ने बताया कि सरबत दा भला व साध संगत के प्रयासों से शहीदी दिवस पर सात दिवसीय लंगर का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें हजारों साध संगत लंगर चख रहे है।
इस मौके पर वरिष्ठ अधिवक्ता अश्विनी त्रिखा, सरदार मोहन सिंह भाटिया, रविन्द्र सिंह राणा, बिशम्बर भटिया ने भी लंगर सेवा की।
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