एक तरफ भाजपा सरकार विकास के बड़े-बड़े दावे करती है, जबकि सरकारी अस्पतालों में लोगों को इलाज के लिए धक्के खाने पड़ रहे है क्या यही भाजपा की स्मार्ट सिटी है। उन्होंने कहा कि फरीदाबाद एनसीआर का प्रमुख शहर है, अगर इस शहर में लोगों को बेहतर इलाज नहीं मिलेगा तो दूसरे जिलों में स्वास्थ्य सेवाओं का क्या होगा, इसका अंदाजा सहज लगाया जा सकता है।
उन्होंने धरने पर बैठे लोगों को विश्वास दिलाया कि उनके इस संघर्ष में पूरी तरह से उनके साथ है और उनकी आवाज को बुलंद करने में कोई कोर कसर बाकि नहीं छोड़ेंगे। धरने पर बैठे सेवा वाहन संचालक सतीश चोपड़ा व अनशनकारी बाबा रामकेवल ने कहा कि आज धरने को 16 दिन हो चुके है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी धरनास्थल पर बैठे लोगों की अनदेखी कर चले जाते है लेकिन उनकी मांगों पर बात करने के लिए नहीं आ रहे है। रेफर मुक्त धरने को अब तक 102 सामाजिक संस्थाओं ने अपना समर्थन दे चुकी है और आगे भी समर्थन देने वालों का कारवां बढ़ेगा।
चोपड़ा व अनशनकारी बाबा रामकेवल ने कहा कि प्रदेश की नायब सैनी सरकार सिविल अस्पताल बादशाह खान को रैफर मुक्त किया जाए। गांव छांयसा स्थित श्री अटल बिहारी वाजपेयी मेडिकल कालेज में तीन करोड़ रूपए सैलरी के रूप में बांटे जा रहे है। इस मेडिकल कालेज में आईपीडी सेवाएं शुरू की जाए साथ ही ट्रामा सैन्टर बनवाया जाए और सिविल अस्पताल के निजी लैबों, निजी एक्सरे सैन्टरों व निजी अल्ट्रासाउण्ड सैन्टरों के प्रतिनिधि घूमते रहते है। जो अस्पताल में ईलाज करवाने आए लोगों को बरगला कर अपने सैन्टरों में ले जा रहे लूट रहे है। इस लूट पर लगाम लगाई जाए साथ ही इन प्रतितिधियों को रोका जाए।
इसके अलावा सभी प्रकार की दवाईयां उपलब्ध करवाई जाए ताकि गरीब व जरूरतमंद लोग बाहर मेडिकल स्टोरों से महंगी-महंगी दवाईयां न खरीदनी पड़े। इस मौके पर महेश हिन्दू, रामफल जांगड़ा, अवधेश कुमार ओझा, नरेश मेंहदीरत्ता, कमल सिंह तंवर, अभिषेक गोस्वामी, संतोष यादव, वरूण श्योकंद, हेमलता शर्मा, दीपक शक्ति, मनोज कोहली, योगेश कोहली, परविन्दर राजपाल, नरेश वैष्णव, जसंवत पंवार, राकेश उर्फ रक्कू, प्रीतपाल सिंह, संजय पाल, सविता बग्गा, परमजीत कौर, जगजीत कौर, संजय अरोड़ा, सोनू सलूजा, के अलावा सैकड़ों लोग मौजूद रहे।
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