इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में ओ.डी.एफ. प्लस के मुख्य घटकों पर विस्तृत जानकारी दी गई। इस दौरान ओ.डी.एफ. प्लस स्थायित्व, ठोस कचरा प्रबंधन, तरल कचरा प्रबंधन, प्लास्टिक कचरा प्रबंधन, गोवर्धन एवं फीकल वेस्ट मैनेजमेंट के बारे में बताया गया।
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी सतबीर सिंह ने बताया कि हमारा उद्देश्य है कि 31 दिसम्बर 2024 तक जिले के सभी गांव ओ.डी.एफ. प्लस मॉडल गांव का लक्ष्य हासिल करें। उल्लेखनीय है कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में मुख्यतः स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण, मनरेगा एवं 15वें वित्त आयोग के कनर्वजैंस के बारे में भी सभी प्रतिभागियों को बताया गया ताकि कनर्वजैंस के माध्यम से गांवों में अधिक से अधिक ग्रामीण विकास के कार्य हो सकें।
कार्यक्रम का शुभारम्भ खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी बल्लबगढ़ पूजा शर्मा द्वारा किया गया। इस अवसर पर उपेन्द्र सिंह, जिला कार्यक्रम प्रबंधक एस.बी.एम.जी., श्रीमती पूजा, ए.बी.पी.ओ., मनरेगा, एच.आई.आर.डी. नीलोखेड़ी से प्रशिक्षक रूप लाल तंवर एवं सत्यनारायण नेहरा, सलाहकार, डब्ल्यू एस.एस.ओ. मुख्य रूप से उपस्थित थे।
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