वही गत मंगलवार को हजारों पीजीआई के कच्चे कर्मचारी अपनी समस्याएं लेकर जयहिंद के टूटे हुए तम्बू में पहुंचे और जयहिंद के नेतृत्व में पीजीआई में पहुंच रहे माननीय राज्यपाल जी ओर स्वास्थय मंत्री आरती राव को अपनी समस्याओं से अवगत कराने टूटे हुए तम्बू से पीजीआई की ओर कूच की।
हजारों कच्चे कर्मचारियों ने पीजीआई की तरफ सड़क पर पैदल गमन किया तभी बीच में ही सैकड़ों पुलिसकर्मियों ने बेरिकेडिंग करके जयहिंद को बीच रास्ते में ही रोक दिया जिसके बाद जयहिंद पीजीआई के कच्चे हजारों कर्मचारियों के साथ बीच सड़क पर ही बैठ गए
जिसके बाद नवीन जयहिंद ओर कमेटी के कुछ सदस्यों को लेकर पीजीआई में ही माननीय राज्यपाल, डीसी व एसडीएम के सामने समस्याओं से अवगत कराने के लिए ले जाया गया जहां पहले डीसी व एसडीएम मिलने पहुंचे फिर राज्यपाल जी से मिले और उन्हें ज्ञापन सौंपा। नवीन जयहिंद ने पीजीआई के सभी कच्चे कर्मचारियों की समस्याओं ओर पीजीआई में चल रहे भ्रष्टाचार के मामले से अवगत कराया जिसके बाद राज्यपाल जी द्वारा सभी मामले की जांच के आदेश जिला प्रशासन को दिए ताकि कच्चे कर्मचारियों की मांगो का जल्द से जल्द समाधान हो सके
वही जयहिंद ने चुनाव के दौरान चुनाव लड़ने वाले नेताओ पर भी तंज कसते हुए कहा कि चुनाव से पहले हजारों चुनावी शेर हरियाणा के अलग अलग हलकों में घूम रहे थे अब वे हजारों चुनावी शेर किस गुफा में छिप गए है उन्हें गुपा से बाहर आकर हरियाणा की जनता की समस्याओं को दूर करवाने के लिए सामने आना चाहिए ताकि जनता की समस्याओं का समाधान हो
जयहिंद ने हरियाणा में विपक्ष को अब विधानसभा चुनाव में हुई हार के संतापे से बाहर निकलकर हरियाणा की पीड़ित जनता की आवाज उठानी चाहिए सिर्फ चुनाव के 5 महीने पहले जनता के बीच जाकर चुनाव जीतने का ढोंग नहीं करना चाहिए अगर विपक्ष जनता की आवाज नहीं उठाएगा तो ऐसे तो अगले 10 साल तक विपक्ष हरियाणा में सत्ता की कुर्सी हासिल नहीं कर पाएगा
कर्मचारी बोले पेड़ नहीं कटने देंगे
कर्मचारियों ने कहा जहां पर यह तम्बू था वहां पर किसी का कोई प्लाट नहीं था और रही बात बाग की तो सरकार बाग में इतने पेड़ काट कर कैसे प्लॉट काट सकती है और हम इन पेड़ों को नहीं कटने देंगे। जबकि हमारे मुख्यमंत्री नायब सैनी जी भी इस समाज से आते है जिस समाज में पेड़–पौधों की रक्षा की जाती है। ओर अगर फिर भी मुख्यमंत्री साहब पेड़ काट कर प्लॉट काटते है तो उन्हे पाप लगेगा।
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