फरीदाबाद - कभी -कभी ऐसा देखा जाता है कि कुछ संगीन मामलों में पुलिस शिकायत देने के बाद भी मामला नहीं दर्ज करती है जिसके बाद शिकायतकर्ता को अदालत का सहारा लेना पड़ता है और अदालत के आदेश के बाद एफआईआर दर्ज की जाती है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है जिसकी शिकायत उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर नोएडा के थाना बीटा -2 से आया है जहां फरीदाबाद जिले के तिगांव निवासी एक व्यक्ति की शिकायत पर लगभग चार महीने तक एफआईआर नहीं दर्ज की गई जिसके बाद शिकायतकर्ता गौतमबुद्ध नगर की अदालत पहुंचा और अब अदालत के आदेश पर आरोपियों पर जान से मारने के प्रयास जैसी कई संगीन धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।
मिली जानकारी के मुताबिक़ फरीदाबाद के तिगांव के रहने वाले बृजानंद 28 जुलाई 2024 को किसी काम से नोएडा गए थे। शाम साढ़े पांच बजे जब बृजानंद फरीदाबाद वापस लौटने वाले थे तभी उनके पास यूनुस नाम के व्यक्ति का फोन आया। बृजानंद के मुताबिक़ वो और उनके पुत्र ने कुछ समय पहले यूनुस को कुछ पैसे दे रखे थे और जब यूनुस ने उनके पास फोन किया तो कहा कि मुझे पता है आप नोएडा आये हो और आकर मुझसे मिल लो और अपने पैसे ले जाओ। यूनुस ने कहा कि मुझे आपसे कुछ बात भी करनी नहीं। बृजानंद ने यूनुस से कहा कि फोन पर ही बता दो कि क्या बात करनी है , मुझे समय से घर पहुंचना है तो यूनुस ने कहा कि आपसे मिलकर ही बात करनी है इसलिए मिलना जरूरी है जिसके बाद बृजानंद को यूनुस ने अल्फा -2 मेट्रो लाइन के नीचे बुलाया। जैसे ही बृजानंद वहाँ पहुंचे तो उन्होंने देखा कि स्कार्पियो और स्विफ्ट गाड़ियों में कुछ लोग बैठे हैं। यूनुस गाड़ियों के बाहर खड़ा है।
बृजानंद यूनुस के पास पहुंचे तो देखा कि स्विफ्ट में से अनिल दुजाना गैंग के शहजाद और वीरेंद्र सिंह भाटी पुत्र वेदपाल सहित दो और लोग बाहर निकले और उनसे गाली गलौज करने लगे और जान से मारने का प्रयास करने लगे। कहने लगे कि आज इसे जान से मार देते हैं और अब इसके पैसे भी नहीं देने पड़ेंगे। इस दौरान यूनुस ने भी बृजानंद पर हमला कर दिया और उसने घूंसे से उनके कमर के नीचे वार किया और कहने लगा कि आज तुझे ख़त्म कर दूंगा। यूनुस के एक हाँथ में चाकू भी था जिस कारण बृजानंद पूरी तरह से डर गए। यूनुस के घुसा मारने के बाद वीरेंद्र ने पिस्टल निकाल ली और उनके छाती पर लगा दी और फिर उन पर गोली भी चला दी। बृजानंद जान बचाने के लिए नीचे झुक गए और गोली उनके सिर के पास से निकल गई। इसके बाद दो अन्य लड़कों ने बृजानंद को खींचकर गाड़ी में बैठाने का प्रयास करने लगे।
किसी तरह उन लड़कों से खुद को छुड़ाकर बृजानंद सेक्टर की तरफ भागने लगे तो यूनुस ने चाकू लेकर उनका पीछा किया। यूनुस चिल्लाता रहा कि अब तुझे जान से मार देंगे और तेरे पैसे भी नहीं देने पड़ेंगे। इसके बाद बृजानंद किसी तरह उनसे उस समय जान बचाने में कामयाब रहे और फिर जैसे ही ये बात उनके परिजनों को पता चली पूरा परिवार भयभीत रहने लगा। थाने में शिकायत देने के बाद कोई कार्यवाही नहीं की गई।
बृजानंद के मुताबिक़ 20 सितम्बर को जब वो जिला अदालत में अपने वकील से मिलकर आ रहे थे तो पुनः वो बदमाश सिटी पार्क के पास खड़े मिले। बृजानंद ने कहा कि आप लोग बार बार मुझे परेशान क्यू कर रहे हैं तो फिर यूनुस ने उनकी कनपटी पर पिस्तौल लगा दी और कहा हिसाब किताब तो दूर की बात है ,तुझे हर महीने दो लाख रूपये रंगदारी देनी पड़ेगी। अगर नहीं देगा तो जान से हाथ धो बैठेगा। इस हमले की शिकायत देने बृजानंद थाना बीटा -2 पहुंचे लेकिन इस पर भी कोई कार्यवाही नहीं हुई जिसके बाद उन्होंने पुलिस आयुक्त गौतमबुद्ध नगर के पास शिकायत भेजा तक भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। पुलिस से निराश होकर बृजानंद ने कोर्ट का सहारा लिया और कोर्ट के आदेश पर 23 नवम्बर यानी परसों एफआईआर दर्ज की गई है। बृजानंद के मुताबिक़ आरोपी यूनुस गांव नवादा तिगांव फरीदाबाद का रहना वाला है, अनीश उसका भाई है। जिनके पिता का नाम शरीफ खान है। बृजानंद का कहना है कि अनीश भी यूनुस के साथ था। बृजानंद के मुताबिक़ वीरेंद्र सिंह भाटी सेक्टर 9 फरीदाबाद का रहने वाला है जिसके पिता का नाम वेदपाल है। और इन लोगों और साथी बदमाशों से उन्हें और उनके परिवार को जान का ख़तरा है। इन बदमाशों की जल्द गिरफ्तार किया जाए। पीड़ित बृजानंद का कहना है कि मुझपर या मेरे परिवार पर कभी कोई हमला होता है तो यही लोग जिम्मेदार होंगे।
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