इस कार्यक्रम में स्नातक, स्नातकोत्तर और पीएचडी के 1500 से अधिक छात्रों को उपाधियां प्रदान की गईं। साथ ही, उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को विशेष मेडल देकर सम्मानित किया गया, जिससे समारोह का गौरव और बढ़ा।
कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल ने अपने संबोधन में छात्रों को दीक्षांत ग्रहण करने पर बधाई देते हुए कहा कि आपने शिक्षा की वह संपत्ति अर्जित की है जिसे कोई आपसे छीन नहीं सकता। यह डिग्री आपके जीवन का एक ऐसा हिस्सा है, जो ताउम्र आपकी पहचान का प्रतीक बनेगी।
उन्होंने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि शिक्षा ही वह पूंजी है, जो जीवन के हर उतार-चढ़ाव में आपके साथ रहती है। यह डिग्री आपके ज्ञान का खाता है, जिसे कोई बंद नहीं कर सकता।
विपुल गोयल ने युवाओं से आग्रह किया कि वे अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, समाज और राष्ट्र को दें और जीवन में उनके प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाएं। उन्होंने कहा कि जीवन में जो भी करें, उसमें अपने राष्ट्र को प्राथमिकता दें।
मुख्य अतिथि ओम बिरला का संदेश
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि वे भारतीय संस्कृति और सभ्यता को अपने जीवन का आधार बनाएं। उन्होंने कहा कि भारत आज वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने में अग्रणी भूमिका निभा रहा है, और इसमें युवाओं की भागीदारी बेहद महत्वपूर्ण है।
दीक्षांत समारोह के दौरान भारतीय महिला हॉकी टीम की पूर्व कप्तान रानी रामपाल को उनकी खेल उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया गया। विपुल गोयल ने रानी रामपाल के संघर्ष और सफलता की प्रशंसा करते हुए उन्हें हरियाणा और भारत का गौरव बताया।
समारोह की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन और विश्वविद्यालय के संस्थापक स्वर्गीय डॉ. ओपी भल्ला को श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ हुई। विश्वविद्यालय की चेयरपर्सन सत्या भल्ला, कुलाधिपति डॉ. प्रशांत भल्ला, और उपाध्यक्ष डॉ. अमित भल्ला ने मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथियों का स्वागत किया।
कार्यक्रम में सांसद अनुराग शर्मा और रानी रामपाल सहित अन्य गणमान्य अतिथियों को पीएचडी की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया। इस दौरान विश्वविद्यालय के वीसी डॉ. दीपेंद्र कुमार झा, डॉ. संजय श्रीवास्तव, और डीसी विक्रम सिंह सहित कई प्रतिष्ठित व्यक्तित्व उपस्थित रहे।
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