नागर ने कहा कि यह चुनाव किसी राजनैतिक दल का नहीं है, यह चुनाव तिगांव क्षेत्र की छत्तीस बिरादरी के मान सम्मान का चुनाव है। आपने पार्टी-दल से ऊपर उठकर अपने बेटे ललित नागर को अपना माना, मुझे प्यार दिया सम्मान दिया, इसके लिए मैं तहेदिल से आपका आभार व्यक्त करता हंू। उन्होंने कहा कि छत्तीस बिरादरी के बढ़ते भाईचारे व एकता से घबराकर मेरे विरोधियों ने मेरे कांग्रेस पार्टी के पोस्टर छपवा दिए है और उन्हें रातोंरात लगवाने का भी प्रयास कर रहे है ताकि लोग भ्रमित हो जाए और मुझे दिए जाने वाले वोट कंफ्यूजन में किसी और को मिल जाए।
लेकिन ऊपर वाला जानता है कि हम सच्चे मन से मेहनत कर रहे है, आपकी मेहनत व्यर्थ नहीं होगी, इसलिए आने वाले दो दिनों तक आप सभी स्वयं को ‘ललित नागर’ मानकर चुनावी समर में उतरे और पूरी जागरुकता के साथ मतदान करे और दूसरों को करवाने में भी मदद करे। ललित नागर चुनाव प्रचार के आखिरी दिन गांव नचौली, बादशाहपुर, शिव कालोनी में आयोजित सभा में उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे।
इस दौरान गांव की ओर से उन्हें सम्मान रुपी पगड़ी बांधकर एवं फूल मालाओं से उनका स्वागत किया और भरोसा दिलाया कि अबकि बार वह भारी मतों से जीतकर चंडीगढ़ पहुंचेंगे। ललित नागर ने कहा कि प्रचार के आखिरी दिन आज वह बड़ा रोड शो करना चाहते थे, लेकिन आखिरी समय पर उनके रोड शो की परमिशन को विरोधियों ने कैंसिल करवा दिया, लेकिन ऐसी हरकतों से कुछ होने वाला नहीं है क्योंकि लोकतंत्र में सबसे बड़ी जनता जनार्दन होती है और जिसके साथ चौरासी पाल और छत्तीस बिरादरी का आर्शीवाद हो, भला उसे फिर क्या चिंता करने की जरूरत है।
उन्होंने लोगों से अपील की कि 5 अक्टूबर को मेरे चुनाव चिन्ह ‘नारियल के चार पेड़’ बैलेट नंबर 10 पर अधिक से अधिक मतदान करके मुझे विजयी बनाएं, मेरी जीत तिगांव क्षेत्र की छत्तीस बिरादरी की जीत होगी और यह जीत तिगांव क्षेत्र के विकास में नया अध्याय जोडऩे का काम करेगी।
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