नई दिल्ली / चंडीगढ़ /फरीदाबाद - एक दिन बाद यानि 17 अक्टूबर को भाजपा तीसरी बार लगातार सरकार बनाकर हरियाणा में इतिहास रच देगी। पंचकूला में होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौजूद रहेंगे , देश के गृहमंत्री अमित शाह के अलावा कई केंद्रीय मंत्री व कई राज्यों के मुख्यमंत्री भी इस आयोजन में शामिल होंगे। एनडीए के सभी घटक दल भी इस कार्यक्रम में आमंत्रित किए गए हैं। वैसे तो विपक्षी दलों के नेताओं को भी इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया है लेकिन देखना यह भी रहेगा कि कौन-कौन से नेता इसमें शामिल होंगे।
भाजपा की हैट्रिक के चर्चे पूरे प्रदेश में हो रहे हैं , जीती बाजी कौन क्यू हार गया और हारी बाजी कौन कैसे जीत गया इस बात के चर्चे हैं। कई वर्षों से तमाम छोटे बड़े चुनाव अधिकतर सोशल मीडिया के माध्यम से प्रचार प्रसार कर लड़े जा रहे हैं और इस बार तो भाजपा को वैशाखी की जरूरत भी नहीं है। पूर्ण बहुमत से सरकार बनाने जा रही है। कल तक ये भी पता चल सकता है कि मंत्रिमंडल में कौन -कौन से विधायक शामिल होंगे। हारी बाजी जीतने वाली भाजपा के कुछ नेता अब चर्चाओं में हैं और इन्ही नेताओं में फरीदाबाद के रहने वाले राजीव जेटली भी हैं जो भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता के साथ साथ सीएम के मीडिया सलाहकार के रूप में गजब की भूमिका निभाई।
आचार संहिता लगने से पहले सीएम नायब सैनी ने जो ताबड़तोड़ घोषणाएं की थीं उसे मीडिया के माध्यम से राजीव जेटली ने जनता तक पहुंचाने में अहम् रोल निभाया। मिस मैनेजमेंट और संगठन विहीन होने के कारण मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस अपनी घोषणाओं को जन -जन तक पहुंचाने में कामयाब नहीं हो सकी और जीती बाजी हार गई। राजीव जेटली और उनकी टीम चुनावों के दौरान हरियाणा की पिच पर जबरजस्त गगनचुम्बी छक्के मारती रही और विपक्षी टीम के खिलाड़ी एक भी गेंद कैच नहीं कर पाए।
बड़खल विधानसभा क्षेत्र के निवासी होने के कारण राजीव जेटली ने बड़खल में भी गजब की फील्डिंग सजाई और लगभग एक साल से क्षेत्र में साफ़ सफाई करवाते रहे। तमाम चौराहों को कूड़ा मुक्त करवाया। हार्डवेयर -प्याली रोड बहुत ही खस्ताहाल था और भाजपा की फजीहत हो रही थी, इस मामले में राजीव जेटली ने फ़टाफ़ट 6 करोड़ 50 लाख का एस्टीमेट बना उस समय के सीएम मनोहर लाल के पास भेजा और फ़टाफ़ट सड़क भी बन गई,
यही नहीं बड़खल से टिकट भी मांग रहे थे इसलिए भाजपा का जमकर प्रचार भी किया क्यू कि विधायक बने धनेश अदलक्खा तो टिकट मिलने के बाद क्षेत्र में सक्रिय हुए उसके पहले राजीव जेटली अच्छी फील्डिंग सजा चुके थे जिसका लाभ भाजपा उम्मीदवार धनेश अदलक्खा को मिला और उनकी जीत हुई।
अब फिर भाजपा की सरकार बनने जा रही है और चर्चाएं हैं कि राजीव जेटली CMO में बने रहेंगे। हो सकता है पहले से और बेहतर पद मिल जाए।
https://www.haryanaabtak.com/2020/11/Rajive-Jaitly-Faridabad-BJP.html
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