इस निरीक्षण टीम में विशेष रूप से बाल कल्याण समिति फरीदाबाद के अध्यक्ष श्रीपाल करहाना, क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण फरीदाबाद के मुख्य निरीक्षक गजेन्द्र गौतम व उनके सहयोगी मनोज कुमार, रामकिशन जिला ट्रैफिक पुलिस के सहायक निरीक्षक अजय वीर व जगबीर उप-जिला शिक्षा अधिकारी, फरीदाबाद सतीश चन्द्र, प्रसादी लाल प्रचार्य जयप्रकाश, सुधीर सिंह व तेजपाल जिला बाल संरक्षण इकाई फरीदाबाद की प्रतिनिधि श्रीमती अपर्णा काउंसलर, सामाजिक कार्यकर्ता युद्धवीर चाइल्ड हेल्पलाइन के प्रतिनिधि प्रदीप कुमार उपस्थित थे।
टीम का नेतृत्व करते हुए हरियाणा बाल आयोग, पंचकूला के सदस्यों श्रीमती सुमन राणा व गणेश कुमार बताया पूरे हरियाणा राज्य में आज फिर से परिवहन विभाग हरियाणा द्वारा निर्धारित सुरक्षित स्कूल वाहन पॉलिसी अधिनियम के तहत दी गई। 28 शर्तो की अनुपालना की मॉनिटरिंग की शुरुआत की जा चुकी है, जिसके तहत जिला स्तर पर सभी संबंधित विभागों की टीम बनाकर स्कूल बसों का निरीक्षण किया जा रहा है।
आज फरीदाबाद से इसकी पुनः शुरुआत करते हुए आयोग के सदस्यों ने बताया कि बसों में विशेष रूप से प्राथमिक उपचार किट, अग्निशामक यंत्र, स्कूल प्रशासन के नम्बर, पुलिस, चाइल्ड लाइन नम्बर, बसों में सीसीटीवी कैमरा, स्कूलों के फोन नम्बर, बस एटेंडेंट या कंडक्टर का होना, बसों में रूट चार्ट, बसों में सिटिंग से ज्यादा बच्चों का न होना, स्पीड नियंत्रक का होना, बसों में जीपीएस सिस्टम होना, बसों सीट बैल्टों का होना इत्यादि व बच्चों का जागरूक होना जांचा जा रहा है, जिसके तहत आज फरीदाबाद के
सेक्टर-16 स्थित महादेव देसाई पब्लिक स्कूल, सेक्टर-14 स्थित डीएवी स्कूल, सेक्टर-17 स्थित एमवीएन स्कूल, मॉडर्न स्कूल व मानव रचना इन्टरनेशनल स्कूल तथा सेक्टर-19 स्थित डीपीएस स्कूल की बसों का निरीक्षण किया। इस दौरान कुछ स्कूलों की बसों में कुछेक खामियां मिली जिसकी तुरंत प्रभाव से सुधारीकरण के लिए सभी स्कूल प्रबंधकों को सख्त हिदायतें दी गई तथा मौके पर आरटीए व ट्रैफिक पुलिस फरीदाबाद द्वारा कुछेक स्कूल बसों के चालान भी किए गए।
साथ ही आयोग की टीम द्वारा बस ड्राइवरों, कंडक्टरों व महिला बस सहायकों को सुरक्षित स्कूल वाहन पॉलिसी के नियमों की जानकारियां भी प्रदान की गई ताकि स्कूल के बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सकें। इसके अलावा खासतौर पर टीम द्वारा यह भी देखा गया इनमें से कुछ स्कूलों में बच्चे इको गाड़ियों व ऑटो से भी आते है जोकि बहुत ही जोखिम भरा होता है, परंतु स्कूल प्रबंधक इससे अपना पल्ला झाड़ रहे है, जिसके लिए माता-पिता व अभिभावकों को जागरुक होना बहुत ही जरुरी है बच्चों को अनाधिकृत वाहनों से स्कूल भेजना जान-माल की हानि होने का बहुत बड़ा कारण बन सकता है।
आज आयोग व टीम के अन्य सदस्यों ने सामूहिक रुप से सुबह 6.30 बजे से दोपहर 3.00 बजे तक कड़ी मेहनत हुए एक-एक बसों का बारीकी से औचक निरीक्षण किया ताकि हमारे देश के भविष्यों की सुरक्षा में कोई चूक न रह जाए, बाल आयोग के सदस्य गणेश कुमार व श्रीमति सुमन राणा ने बताया कि हरियाणा राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग, स्कूलों बसों को लेकर काफी गंभीर है पूरे राज्य में सुरक्षित स्कूल वाहन पाॅलिसी की सही अनुपालना करवाना ही आयोग का उद्देश्य है ताकि बच्चों के साथ कोई और दुर्घटना ना हो पाए।
अंत में आयोग के सदस्यों ने फरीदाबाद जिले के सभी माता-पिता व अभिभावों से एक अपील व गुजारिश भी की कि अपने घर के चिरागों को असुरिक्षत वाहनों से स्कूल न भेजे, थोड़ी धनराशि व समय बचाने के चक्करों में अपने नौनिहालों के जीवन को खतरों में धकेले। टीम सदस्यों ने बताया कि आज लगभग 100 से भी ज्यादा स्कूल बसों का निरीक्षण किया गया।
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