जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि सभी राजनैतिक दलों की उपस्थिति में पारदर्शी तरीके से रैंडमाइजेशन प्रक्रिया करवाई जा रही है। इस पूरी प्रक्रिया की विडियोग्राफी करवाई गई है। प्रथम रैंडमाइजेशन के दौरान 20 प्रतिशत ईवीएम व 29 प्रतिशत वीवीपैट प्रति विधानसभा क्षेत्र के लिए अतिरिक्त अलाट की गई हैं, जोकि चुनाव के दौरान रिजर्व रखी जाएंगी और किसी मशीन के खराब होने जैसी स्थिति में इनका उपयोग किया जाएगा। जिला में कुल 717 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।
इनमें 82-हथीन विधानसभा क्षेत्र में 251, 83-होडल(अ.जा.) विधानसभा क्षेत्र में 200 व 84-पलवल विधानसभा क्षेत्र में 266 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। प्रथम रैंडमाइजेशन के तहत हथीन विधानसभा क्षेत्र के लिए 301 बैलेट यूनिट(बीयू), 301 कंट्रोल यूनिट व 316 वीवीपैट अलाट की गई हैं। इसी प्रकार होडल विधानसभा क्षेत्र के लिए 240 बैलेट यूनिट(बीयू), 240 कंट्रोल यूनिट व 252 वीवीपैट तथा पलवल विधानसभा क्षेत्र के लिए 316 बैलेट यूनिट(बीयू), 316 कंट्रोल यूनिट व 335 वीवीपैट अलाट की गई हैं।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि जिला में होने वाले विधानसभा आम चुनाव की पारदर्शिता एवं निष्पक्षता बनाए रखने के लिए रेंडमाइजेशन जरूरी होती है। यह प्रक्रिया पूरी तरह से कम्प्यूटरीकृत होती है। उन्होंने राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से आह्वïान किया कि वे भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी की गई हिदायतों की पालना करें। इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त अखिल पिलानी, एसडीएम ज्योति, एसडीएम संदीप अग्रवाल, एसडीएम रणवीर सिंह सहित संबंधित अधिकारी व विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।
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