जयहिंद ने कहा कि आदमी की ज़ुबान होती है और मुख्यमंत्री की तो उससे भी बड़ी ज़ुबान होती है । सरकार इनके साथ राजनीति न करें। पहले ही कोर्ट केसों के चक्कर में युवाओं की उम्र निकलती जा रही है । ट्रांसपेरेंसी के नाम पर मज़ाक़ किया जा रहा है । पता ही नहीं सिलेक्शन किस प्रक्रिया के माध्यम से हुआ है । ज़्यादा नंबर वाले घर बैठा रखे है। उम्र की छूट की बात कही गई तो न वो मिली। एक यूनिवर्सिटी से एक ही डिग्री लेने वाले में एक का सिलेक्शन और एक की जॉइनिंग होल्ड कर दी गई ।
जयहिंद ने टीजीटी भर्ती में कई ख़ामियों को गिनवाते हुए कहा कि कट ऑफ से ज़्यादा नंबर लाने वाले युवाओं को भी जॉइनिंग नहीं मिल रही है । जहां एक तरफ़ सरकार बड़े-बड़े होर्डिंग लगवा रही है और प्रचार पर करोड़ों रुपये बरबाद कर रही है । वही युवा दरदर की ठोकरें खा रहे है । आज इनकी कोई सुनने वाला नहीं है । न तो कोर्ट मना कर रहा इनकी जॉइनिंग को और न आचार संहिता की कोई समस्या है ।
जयहिंद ने आगे शनिवार 31 अगस्त को उनके तंबू में लगाने वाले बेरोजगारों की अदालत के बारे में बताया कि हरियाणा प्रदेश के बेरोजगार युवा जो पिछले कई सालों से नौकरियों की तैयारी कर रहे और एग्जाम दे रहे है, लेकिन समय पर न तो परिणाम घोषित किए जा रहे और न ही घोषित परिणामों के बाद ज्वाइनिंग दे रहें।
हाल ही में HSSC/HPSC द्वारा आयोजित परीक्षाओं के परिणाम रोके जा रहे है जिसमे ग्रुप C, हरियाणा पुलिस, नर्स, JE, टीचर etc जिसमे माननीय हाई कोर्ट ने भी परिणाम जारी करने को कहा है। ग्रुप डी में नए चयनित 13000 कर्मचारियों को 6 महीने ज्वाइनिंग के बाद भी विभाग अलॉट नही किए गए है न ही सरकार लगातार सैलरी दे रही है।
इसी प्रकार आम प्रजा भी बुढ़ापा विधवा व दिव्यांग पेंशन, फैमिली ID, प्रॉपर्टी ID, राशन कार्ड और अन्य समाधान के लिए दफ्तरों के चक्कर काट रहे है। इसके समाधान के लिए शनिवार को बेरोजगारों की अदालत लगेगी और रविवार 1 सितंबर को उसी स्थान पर जनता की अदालत लगेगी ।
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