09 अगस्त 2024 - सेक्टर-56-56ए, फ़रीदाबाद की सड़कों की विशेष मरम्मत के लिए हरियाणा शहरी विभाग ने 813.00 लाख रुपये (रू. आठ करोड़ तेरह लाख मात्र) की स्वीकृत लागत दी है। इस योजना में अगले पांच वर्षों के एमटीसी (मेंटेनेंस एंड टेकनिकल कोस्ट) लागत भी शामिल है।
सेक्टर-56-56ए क्षेत्र की सड़कों की मरम्मत और सुधार कार्यों के लिए इस बड़ी सौगात की खबर से स्थानीय निवासियों और व्यापारियों के बीच खुशी की लहर दौड़ गई है। लंबे समय से खराब सड़कों की समस्या से जूझ रहे लोगों को अब राहत मिलेगी। अच्छी सड़कों के निर्माण से बच्चों के स्कूल जाने से लेकर व्यापारिक गतिविधियों तक सभी को फायदा होगा।
विधायक नीरज शर्मा ने हरियाणा शहरी विभाग के प्रशासक को इस मुद्दे को लेकर पत्र लिखा था। उनकी इस पहल के बाद, प्रशासक ने त्वरित कार्यवाही करते हुए इस योजना को मंजूरी दी।
फरीदाबाद के सेक्टर-56-56ए क्षेत्र की सड़कों की मरम्मत और सुधार कार्यों में विशेष मरम्मत के तहत सभी आवश्यक सुधार और अपग्रेडेशन कार्य शामिल हैं। इस योजना का मुख्य उद्देश्य क्षेत्र में यातायात को सुगम बनाना और आवागमन की सुरक्षा को सुनिश्चित करना है। अच्छी सड़कों से न केवल यातायात में सुधार होगा, बल्कि क्षेत्र की संपत्ति के मूल्य में भी वृद्धि होगी।
इस योजना से स्थानीय व्यवसायों को भी बड़ा लाभ मिलेगा। अच्छी सड़कें ग्राहकों की पहुंच को आसान बनाएंगी और व्यापारिक गतिविधियों में वृद्धि करेंगी। इसके अलावा, बेहतर सड़कें सार्वजनिक परिवहन को भी सुगम बनाएंगी, जिससे लोग अधिक सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा कर सकेंगे।
विधायक नीरज शर्मा ने इस योजना के स्वीकृत होने पर हरियाणा शहरी विभाग का आभार व्यक्त करते हुए कहा, "यह क्षेत्रवासियों के लिए बहुत बड़ी राहत है। यह योजना क्षेत्र के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी और सड़कों की स्थिति में सुधार करेगी। इससे न केवल यातायात में सुधार होगा बल्कि आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा।"
फरीदाबाद के सेक्टर-56-56ए क्षेत्र की सड़कों की स्थिति में सुधार होने से स्थानीय निवासियों और व्यापारियों को काफी लाभ मिलेगा। इससे न केवल आवागमन में सुविधा होगी, बल्कि क्षेत्र के विकास में भी तेजी आएगी।
स्थानीय निवासियों ने विधायक नीरज शर्मा और हरियाणा शहरी विभाग को इस महत्वपूर्ण निर्णय के लिए धन्यवाद दिया है। एक निवासी ने कहा, "हम लंबे समय से इस सड़क की मरम्मत का इंतजार कर रहे थे। अब हमें अपने बच्चों को स्कूल भेजने में और खुद काम पर जाने में कोई दिक्कत नहीं होगी।
Post A Comment:
0 comments: