इस कार्यक्रम में खंड तकनीकी प्रबंधक पलवल सुंदर सिंह, खंड तकनीकी प्रबंधक होडल रामदेव, सहायक तकनीकी प्रबंधक पलवल अतुल कुमार शर्मा, सहायक तकनीकी प्रबंधक होडल धीरेंद्र व बंसीलाल व सुपरवाइजऱ नागेश कुमार ने किसानों को जागरूक किया।
खंड तकनीकी प्रबंधक सुंदर सिंह ने किसानों को बताया कि कपास फसल को प्रदेश सरकार द्वारा बढ़ावा दिया जा रहा है। कपास की फसल के उत्पादन को बढ़ाने के लिए किसानों को फसल में लगने वाले विभिन्न प्रकार के कीट से बचाव एवं प्रबंधन के बारे में जानकारी दी गई है। कपास की फसल में लगने वाली गुलाबी सुंडी बीमारी से बचाव के बारे में जानकारी दी गई।
उन्होंने बताया कि गुलाबी सुंडी का लार्वा कपास के बीज कोर्षों को खाने के अलावा फूलों की कलियों और फूलों को खा जाता है। यह कीट कपास के बीजों को लिंट के माध्यम से बीजकोर्षों में छेद कर देता है। संक्रमित कलियां और अपरिपक्व बीजकोष बहुत जल्दी गिर जाते है। फसल में गुलाबी सुंडी बीमारी आने पर कृषि विशेषज्ञों की सलाह अनुसार दवाइयों का छिडक़ाव करें। उन्होंने बताया कि बारिश के मौसम को ध्यान में रखते हुए कपास के खेतों में जल निकासी की व्यवस्था अच्छी होनी चाहिए।
खंड तकनीकी प्रबंधक रामदेव ने धान, बाजरा, ज्वार जैसी खरीफ की फसलों के विषय में भी अवगत कराया। सहायक तकनीकी प्रबंधक पलवल अतुल कुमार शर्मा ने कृषि की अन्य योजनाओं जैसे मेरी फसल मेरा ब्यौरा, नारी शक्ति से जल शक्ति, बाजरा भावंतर, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, कृषि यंत्र व मशनरी के बारे में किसानों को जानकारी दी गई। खंड तकनीकी प्रबंधक होडल रामदेव ने कार्यक्रम में आए सभी किसानों का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर नानक चंद, गोपाल सिंह, राजू व करण सिंह आदि किसान मौजूद रहे।
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