उन्होंने स्वतंत्रता सेनानियों और वीर शहीदों को नमन करते हुए कहा कि हमें राष्ट्रीय पर्व धूमधाम से मनाना चाहिए। इसके पहले उन्होंने शहीदी स्मारक पर जाकर पुष्प चक्र भेंट कर वीर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। स्वतंत्रता दिवस समारोह में जिला वासियों को संबोधित करते हुए सिंचाई एवं जल संसाधन मंत्री डा. अभय सिंह यादव ने कहा कि इस दिन के लिए मां भारती के न जाने कितने ही सपूतों ने अपना सब कुछ बलिदान कर दिया।
इसी दिन के लिए असंख्य देशभक्तों ने कष्ट झेले और यातनाएं सही। इस पावन अवसर पर आजादी की बलिवेदी पर अपने प्राणों की आहुति देने वाले सभी ज्ञात-अज्ञात शहीदों को नमन करता हूँ और उन वीर सैनिकों की भी सलाम करता हूं, जिन्होंने आजादी के बाद देश की एकता व अखंडता की खातिर अपने प्राण न्योछावर कर दिए हैं । उन्हीं के अनुपम बलिदान के कारण आज हम आजादी की खुली हवा में सांस ले रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मुझे आज यहां ध्वजारोहण करते हुए गर्व की अनुभूति हो रही है -
उन्होंने कहा कि आजादी के आंदोलन की पहली चिंगारी 10 मई, 1857 को हरियाणा के अम्बाला से फूटी थी। उस चिंगारी ने आगे चलकर ऐसा जन-आन्दोलन खड़ा किया, जिसके बलबूते हम सन 1947 में अंग्रेजी हुकूमत को उखाड़ फेंकने में कामयाब रहे। इस आंदोलन के बलिदानियों की देशभक्ति से हमारी युवा पीढ़ी प्रेरणा हासिल करें. इसके लिए हम अम्बाला छावनी में शहीदी स्मारक बना रहे हैं।
आजादी के बाद भी 1962, 1965 व 1971 के विदेशी आक्रमण से लेकर कारगिल युद्ध के दौरान शहीद हुए सैनिक व अर्धसैनिक बलों के जवानों की अनुग्रह राशि बढ़ाकर 50 लाख रुपए की गई है। आई.ई.डी. (I.E.D.) ब्लास्ट के दौरान शहीद होने पर भी अनुग्रह राशि बढ़ाकर 50 लाख रुपए की गई है। अग्निवीर योजना के तहत युवाओं को नौकरियों में विशेष लाभ देने और स्वरोजगार हेतु 5 लाख रुपए तक का ऋण देने का निर्णय लिया गया है।
हरियाणा के सिंचाई एवं जल संसाधन मंत्री डॉ. अभय सिंह यादव ने कहा कि ‘सुशासन से सेवा’ के संकल्प के साथ जनसेवा का दायित्व संभालने वाली वर्तमान सरकार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘सबका साथ-सबका विकास’ और ‘हरियाणा एक-हरियाणवी एक’ के मूलमंत्र पर चलते पूरे हरियाणा और हरेक हरियाणवी की तरक्की और उत्थान के लिए काम किया है। भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाते हुए सरकार ने पारदर्शी शासन दिया है। गीता के कर्म के संदेश की इस पावन भूमि के इतिहास में धार्मिक असहिष्णुता और हिंसा का कोई स्थान नहीं रहा है। इसी के अनुरूप हम प्रदेश में आपसी प्यार, प्रेम, सौहार्द और भाईचारे की बयार बहाने के लिए निरंतर काम कर रहे हैं।
पिछले लगभग 10 साल में हरियाणा सद्भाव, सौहार्द, समान विकास, समरसता के साथ-साथ उन बदलावों का साक्षी रहा है, जिससे हर आदमी का जीवन सरल, सुगम और सुरक्षित हुआ है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के कुशल नेतृत्व में जनसेवा और जनता के बीच न केवल बेहतर व्यवस्था बनाने का काम किया गया है, बल्कि ऐसी व्यवस्था देने का प्रयास किया गया है, जिसमें जन-जन को योजनाओं और सेवाओं का सरल तरीके से लाभ प्राप्त हो।
देश की आजादी से लेकर लम्बे समय तक गरीब कल्याण की बातें तो की जाती रही, लेकिन उनका लाभ पात्र व्यक्तियों तक नहीं पहुंच पाया। पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के अंत्योदय के दर्शन के अनुरूप प्रदेश के सभी परिवारों का पहचान पत्र बनाया गया, जिससे पात्र परिवारों की पहचान कर योजनाओं का लाभ देना सुनिश्चित किया गया।
कार्यक्रम के समापन अवसर पर उपायुक्त विक्रम सिंह ने स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हरियाणा के सिंचाई एवं जल संसाधन मंत्री डॉ. अभय सिंह यादव को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।
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