जयहिन्द ने बताया की सरपंच, हरियाणा पुलिस, आशा वर्कर्स,दलित, बाहरी भर्ती, खेल कोटा, पहरावर, फैमिली आईडी ये जो मुद्दे हमने उठाए थे और जिन भी लोगो को इन मुद्दों के उठने से लाभ हुआ है वे लोग अपने–अपने विधायकों को फोन जरूर करें।
नवीन जयहिन्द ने हरियाणा में होने वाले राज्यसभा के चुनावी मैदान में पक्ष व विपक्ष के लिए पहले नंबर की छुट्टी बोल रखी है। जयहिन्द का कहना है की अगर पक्ष या विपक्ष के पास कोई संघर्षशील व योग्य उम्मीदवार है जिसने 21 साल सरकारों से लड़ाई लड़ी हो, तो उसे हमारे सामने लाए। उन्होंने चार इंजन सरकार से लड़ाई लड़ी है। अगर है ऐसा कोई पहलवान तो पार्टियाँ मैदान में उतारे ।
महम से निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू ने तो मंगलवार को अपने फेसबुक व ट्विटर एक्स पर पोस्ट डालकर नवीन जयहिंद का समर्थन किया। और कहा की यह समर्थन जयहिंद का नही बल्कि जयहिंद के संघर्षों का समर्थन है। इस पर जयहिंद ने बलराज कुंडू का धन्यवाद किया।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा जी कहते है की दुष्यंत चौटाला उम्मीदवार उतारे और दुष्यंत चौटाला जी कहते है की भूपेंद्र सिंह हुड्डा जी उम्मीदवार उतारेंगे। इस पर जयहिन्द का कहना है की अगर वें ईडी–सीडी या सीबीआई से डर रहे है तो उन्हें डरने की कोई जरूरत नहीं है, ईडी–सीडी, सीबीआई को हमारे तम्बू में भेज दें।
जयहिन्द ने कहा दुष्यंत चौटाला जी सिर्फ अपना व अपनी माता जी का समर्थन हमे दें बाकी विधायकों की चिंता न करें साथ ही भूपेंद्र सिंह हुड्डा जी भी अपने 28 विधायकों की चिंता ना करें, हमे समर्थन दें। क्योंकि हारेगा तो जयहिन्द हारेगा इसमें किसी पार्टी का नाम कहीं नहीं आएगा। और अगर जयहिन्द जीतेगा तो जीत विपक्ष की होगी।
जयहिन्द का कहना है की प्रदेश में जब राज्यसभा चुनाव होता है तो उसमे सिर्फ विधायक ही वोट डाल सकते है लेकिन राज्यसभा चुनाव में MLC की तरह वोटिंग होनी चाहिए जिसमे टीचर, डॉक्टर, सरपंच, पार्षद वोट डाल सके।
जयहिन्द ने बताया की जिस तरह दादा रामकुमार गौतम दुष्यंत चौटाला से नाराज है वह जग जाहिर है, हो सकता है की दादा गौतम की नाराजगी सिर्फ दुष्यंत चौटाला से हो, हमसे ना हो। क्या पता हमारे समर्थन में हो?
जयहिन्द ने बताया की हम अपने जिगर के दम पर पिछले 21 सालों से सरकारों से लड़े है जिसमे 4 इंजन वाली सरकारें भी रही है। हमने जनता के ऐसे ऐसे मुद्दे उठाए है जिनका समाधान सरकार को करना पड़ा। प्रदेश के ढाई लाख बुजुर्गो, विधवाओं व विकलांगो की पेंशन बनवाई,जब सीईटी का पेपर नही लिया जा रहा था तो हमने बेरोजगारो की बारात निकाली, सालों से सरकार के कब्जे में पड़ी पहरावर की जमीन से कब्जा छुड़वाया, जब खिलाड़ियों का खेल कोटा खत्म किया गया तो हमने सोटा उठाकर कोटा बहाल करवाया, जब सिंहपुरा गांव में दलितों के घर गिराए जा रहे थे तो हमने बुलडोजर के सामने खड़े होकर घर गिरने से बचाए, जब सरपंचों पर लाठियां बरसाई जा रही थी तो उनके साथ लाठियां खाने वाले हम थे, जब ओल्ड पैंशन स्कीम कों लेकर कर्मचारियों पर लाठियां बरसाई जा रही थी तो उनके साथ लाठियां खाने वाले हम थे, जब एसवाईएल पर सुप्रीम कोर्ट ने निर्णय दिया था तो उसे लागू करवाने के लिए हम सड़को पर उतरे, जब आशा वर्कर्स व कर्मचारी धरनों पर बैठे थे तो हम उनके साथ खड़े थे, हरियाणा पुलिस की आवाज कोई नही उठा रहा था तो हमने उठाई और भत्ते भी बढ़े।
रही बात केसो की तो गौ माता के लिए, गृह मंत्री अमित शाह से सवाल पूछने के लिए, किसानों की आवाज उठाने को लेकर, भर्तियों में भ्रष्टाचार का विरोध करने को लेकर हम पर केस हुए
नवीन जयहिंद ने हाल ही में एक प्राइवेट न्यूज चैनल द्वारा नवीन जयहिन्द के राज्यसभा चुनाव लडने को लेकर किए गए एक सर्वे का उदाहरण देते हुए कहा की 87% लोग यह चाहते थे की राज्यसभा चुनाव में जयहिन्द को चुनाव लडना चाहिए और जयहिन्द को विपक्ष का उम्मीदवार होना चाहिए।
जयहिंद ने बताया कि हम हर बार की तरह इस बार भी नशे के खिलाफ व भाईचारा बना रहे इसके लिए हरिद्वार से कांवड़ लेकर आएंगे। वही सरकार से भी अपील की कि सरकारें डीजे पर रोक न लगाये । ये भोले के भक्तों का उत्सव है और हज़ारों लोग जो किराए पर डीजे देते है उनका रोज़गार है । ऐसे में सरकार उन्हें बेरोज़गार करने का भी काम कर रही है । अगर उनका डीजे का चालान हुआ तो वे उनका चलान भरेंगे। साथ ही युवाओं से भी अपील की कि कावड़ लाते समय भाईचारे को बनाए रखे और कभी नशा न करने की क़सम लेकर ही कावड़ उठाए।
हरियाणा के लिए बने अलग राजधानी और हाईकोर्ट - जयहिंद
जयहिंद ने हरियाणा की जनता के लिए और हरियाणा की जनता को अपने न्याय के लिए बहुत समय और कई महीनो तक इंतजार करना पड़ता हैं इसलिए लिए जयहिंद ने हरियाणा के लिए अलग राजधानी के साथ साथ अलग हाईकोर्ट की भी मांग की ताकि जनता को जल्द से जल्द न्याय मिल सके उन्हें न्याय के लिए इधर उधर और लंबे समय तक इंतजार न करना पड़े । आज प्रदेश में साढ़े चार लाख से भी ज़्यादा केस पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट में लंबित है । ऐसे में जनता को न्याय मिलने में बहुत लंबा समय लग रहा है । विपक्ष के नेता क्यों नहीं बोल रहे है, आवाज़ क्यों नहीं उठा रहे है ।
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