राज्यपाल ने कारगिल युद्ध में लड़ने वाले सैनिकों की बहादुरी और समर्पण को याद रखने के महत्व पर बल देते हुए उनके प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने सभी से उनके वीरतापूर्ण कार्यों से प्रेरणा लेने और देश के सम्मान और सुरक्षा के लिए प्रयास करने का आग्रह किया। राज्यपाल ने वीर बलिदानी सैनिकों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए वीर स्मृति स्थल की विजिटर बुक में भी अपना संदेश अंकित किया।
इस समारोह में सेना की पश्चिमी कमान के चीफ ऑफ स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल मोहित वाधवा के साथ-साथ स्टेशन के वरिष्ठ सैन्य अधिकारी, जेसीओ और सैनिक भी मौजूद थे। इस अवसर पर कारगिल युद्ध के दिग्गज और उनके परिवार के सदस्य भी मौजूद थे, जिन्होंने कारगिल के नायकों की विरासत के प्रति अपना सम्मान और प्रतिबद्धता दिखाई।
कारगिल विजय दिवस हर साल 26 जुलाई को 1999 के कारगिल युद्ध (ऑपरेशन विजय) में पाकिस्तान पर भारतीय सशस्त्र बलों की ऐतिहासिक जीत को चिन्हित करने और कर्त्तव्य की राह पर सर्वाेच्च बलिदान देने वाले हमारे बहादुरों को श्रद्धांजलि देने के लिए मनाया जाता है। राष्ट्र अपने सैनिकों के दृढ़ संकल्प और अद्वितीय साहस का सम्मान करता है।
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