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NIT-86 फरीदाबाद , यशवीर डागर ही निकाल सकते हैं सीट , दलबदलू डुबो देंगे भाजपा की लुटिया

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नई दिल्ली/ चंडीगढ़ / फरीदाबाद - हरियाणा विधानसभा चुनावों को लेकर अब सत्ता और विपक्ष ने बड़ी तैयारियां शुरू कर दी हैं।  प्रदेश के मुख्यमंत्री नायाब सैनी ताबड़तोड़ विकास कार्यों का उद्घाटन और शिलान्यास कर रहे हैं।  आज भी उन्होंने रोहतक जिले में 62.48 करोड़ रुपये की लागत की चार प्रमुख परियोजनाओं के लिए प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की तो हिसार एयरपोर्ट का उद्घाटन भी किया।  विपक्ष की बात करें तो पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा ने सैनी सर्कार को बर्खाश्त करने की मांग की है और कहा कि सरकार के पास बहुमत नहीं है और सैनी सरकार बर्खाश्त न की गई तो वो कोर्ट जाएंगे। 

 कुछ भी हो हरियाणा विधानसभा चुनावों का बिगुल अब बज चुका है और हाल में  विधानसभा चुनाव प्रभारी बनने के बाद 23 जून को पहली बार हरियाणा पहुंच रहे केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, बिप्लब कुमार देब का भव्य स्वागत की तैयारी में भाजपा ने पूरी ताकत झौंक दी है। 23 को चुनाव प्रभारियों के साथ-साथ नवनिर्वाचित पांचों सांसदों का भी रोहतक में भव्य नागरिक अभिनंदन करके भाजपा कार्यकर्ताओं में विधानसभा चुनाव के लिए जीत का जोश भरा जाएगा। प्रधान की टीम ने हरियाणा के हर विधानसभा क्षेत्रों के संभावित भाजपा उम्मीदवारों के बारे में फीडबैक लेना भी शुरू कर दिया है। भाजपा फरीदाबाद और गुरुग्राम की अधिकतर सीटें जीतना चाहती है और पिछले चुनाव में फरीदाबाद , पलवल और गुरुग्राम में कांग्रेस मात्र एक सीट जीत पाई थी और वो सीट थी फरीदाबाद जिले की एनआईटी -86 सीट जो कांग्रेस के खाते में गई थी और नीरज शर्मा को जीत मिली थी इसलिए इस सीट पर अब हरियाणा भाजपा और टीम प्रधान की ख़ास नजर है और सर्वे शुरू हो गया है कि कौन नेता ये सीट भाजपा की झोली में डाल सकता है। 

2019 में भाजपा ने यहाँ से नगेंद्र भड़ाना को टिकट दिया था जो इनेलो के विधायक थे और इनेलो छोड़ भाजपा में आये थे। भड़ाना चुनाव नहीं जीत सकते जिसका प्रमुख कारण ये था कि भाजपा के संगठन ने उनसे दूरी बना ली थी और संगठन चाहता था कि टिकट कार्यकर्ता को मिले किसी दलबदलू को नहीं।  इस बार तो नागेंद्र भड़ाना पर भाजपा नेता ही गंभीर आरोप लगा रहे हैं और बोल रहे हैं लोकसभा चुनावों में उन्होंने भाजपा के साथ गद्दारी की है। अपने ख़ास लोगों को कांग्रेस में शामिल करवा दिया और लोकसभा चुनावों के मतदान  से कई दिन पहले कहीं और चले गए। टीम प्रधान तक भी ये बातें पहुँच चुकी हैं। 

अब इस क्षेत्र में एक बार फिर भाजपा नेता यशवीर सिंह डागर के चर्चे हैं क्यू कि लोकसभा चुनाव तारीख की घोषणा के पहले ही उन्होंने एयरफोर्स रोड पर लोकसभा कार्यालय खोला और पूरे चुनावों के दौरान संगठन की दर्जनों बैठकें वहीं हुईं। यशवीर डागर इस क्षेत्र से 2014 का विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं और उम्मीद से अधिक वोट पा चुके हैं। 

इस समय यशवीर डागर फरीदाबाद भाजपा के पुराने नेताओं में गिने जाते हैं और सूत्रों द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक़  2002 में भाजपा से जुड़े और अब तक भाजपा के साथ ही हैं और 2010 से 2016 तक भाजपा युवा मोर्चा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष रह चुके हैं।  आरएसएस के तृतीय वर्षीय भी हैं इसलिए नागपुर भी उनसे दूर नहीं है। संघ चीफ मोहन भागवत भी उन्हें देख उन्हें उनके नाम से बुलाते हैं। 

इस लोकसभा चुनावों में भाजपा को एनआईटी -86 में लगभग 42 हजार वोटों की बढ़त मिली है जिसके बाद तमाम नेता भाजपा की टिकट की मांग के जुआड़ में हैं।  भाजपा को तमाम गांवों में बहुत कम वोट मिली लेकिन कालोनियों के लोगों ने लगभग एकतरफा भाजपा को वोट दिया और इसका प्रमुख कारण ये था कि तमाम कालोनियों में भाजपा के संगठन ने बहुत अच्छा काम किया जो संगठन यशवीर डागर के कार्यालय से संचालित था और वहीं से रणनीति बनती थी। अब टिकट ऐसे भी नेता मांग रहे हैं भाजपा की जिन्हे ये भी नहीं पता संगठन किस चिड़िया का नाम है, उन्हें नहीं पता कि लगभग 10 वर्ष पहले इस संगठन के नेताओं और पदाधिकारियों को अपशब्द भी सुनना पड़ता था लेकिन उन्होंने भाजपा का साथ नहीं छोड़ा और पार्टी के लिए जमीन पर काम करते रहे। यही कारण है कि संगठन चाहता है कि इस बार एनआईटी विधानसभा सीट से किसी दलबदलू को टिकट न मिले अगर ऐसा हुआ तो फिर नीरज शर्मा की विजय लगभग पक्की।  

अब फिर आते हैं यशवीर डागर पर तो लोकसभा चुनावों में क्षेत्र के विधायक नीरज शर्मा के घर के पीछे हजारों लोगों को एकत्रित कर उन्होंने कांग्रेस की कमर तोड़ दी थी और विधायक जी अपने ही पड़ोसियों को कांग्रेस के पक्ष में नहीं ला पाए , उसके पहले सी एम् सैनी की डबुआ मंडी की सफल रैली और उसी दौरान सेक्टर 23 सामुदायिक भवन में एक बड़ा कार्यक्रम जहाँ के दो पार्षदों ने कांग्रेस का दामन थाम लिया था। वहां बड़ा प्रोग्राम कर डागर ने जयवीर खटाना की राजनीति लगभग चौपट कर दी क्यू कि उस क्षेत्र से भाजपा को अधिक वोट मिले। जल्दबाजी में अधूरी खबर है , पूरी खबर लिखूंगा तो शायद कल और परसों का दिन और रात्रि तक लिखना पड़ेगा। टीम धर्मेंद्र प्रधान की चली तो इस बार यशवीर डागर होंगे एनआईटी -86 से भाजपा के उम्मीदवार , दल बदलुओं को टिकट मिली तो नीरज शर्मा फिर मार लेंगे बाजी।  

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