उन्होंने कहा कि ‘रोकथाम इलाज से बेहतर’ है। युवा पीढ़ी को नशा से बचाने के लिए जरूरी है कि उन्हें जागरूक किया जाए। उन्होंने पुलिस प्रशासन को निर्देश दिए कि वे जिला में नशे का कारोबार करने वालों के ठिकानों पर रेड मारते हुए सख्त कार्रवाई करे। उन्होंने निर्देश दिए कि संबंधित विभाग सर्वे करवाते हुए नशा करने वालों की पहचान करें और उनकी काउंसलिंग करवाएं।
नशा रोकने के लिए बनाई गई टीम जिला में एक्टिव मोड में कार्य करते हुए गांवों व वार्ड की विजिट कर नशा करने वालों की पहचान व मॉनिटरिंग करे। उन्होंने संबंधित विभागों के अधिकारियों को उनके कार्यालय परिसर या उनके क्षेत्र में नशीले पौधे (भांग, गांजा) को नष्टï करवाने की दिशा में कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि युवाओं को नशे से दूर रखने के लिए उन्हें शिक्षा और खेलों के प्रति अधिक प्रेरित करें।
उन्होंने कहा कि नशा एक सामाजिक बुराई है। इस बुराई को समाज से मिटाने तथा नशा मुक्त व अपराध मुक्त समाज का निर्माण करने के लिए सभी लोगों को आगे आना होगा। उन्होंने युवाओं का आह्वान किया कि सरकार व जिला पुलिस द्वारा नशा मुक्त समाज का निर्माण करने के लिए चलाई जा रही मुहिम में भी बढ़-चढकऱ भाग लें।
यदि कोई व्यक्ति नशा बेच रहा है अथवा सेवन कर रहा है तो इसकी सूचना हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के टोल फ्री मोबाइल नंबर 90508-91508 पर दें। इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी अशोक कुमार बघेल व रेडक्रास के सचिव बिजेंद्र सौरोत सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
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