चुनावी सभाओं को संबोधित करते हुए लोकसभा के प्रत्याशी चौधरी महेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि भाजपा ने फरीदाबाद को विकास के मामले में पीछे धकेल दिया है। किसान, व्यापारी, कर्मचारी, महिला, युवा, कर्मचारी व हर वर्ग अपने-आपको ठगा सा महशूस कर रहा है। उन्होंने कहा कि फरीदाबाद के विकास में अपना महत्वपूर्ण स्थान रखने वाली मैट्रो कांग्रेस सरकार की ही दैन है।
पहले मैट्रो को फरीदाबाद तक चालू करवाया गया फिर मैट्रो को बल्लभगढ़ तक विस्तार देकर क्षेत्र की जनता को बडी विकास परियोजना दी जबकि भाजपा सरकार ने फरीदाबाद से गुडगांव तक घोषणा पिछले केवल लोगों को छलावा साबित हुई है वहीं अब ये भाजपाई बल्लभगढ़ से पलवल तक मैट्रो चलाने की घोषणा कर लोगों को गुमराह कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपाईयों कह घोषणा को कई वर्ष गुजर गए लेकिन एक पिलर तक भी खडा नहीं हुआ है। जिससे साबित हो गया है कि भाजपा झूठ व जुम्लों की पार्टी बन गई है। उन्होंने लोगों के समक्ष ऐलान किया कि कांग्रेस सरकार में ही मैट्रो को पलवल और गुडगांव तक विस्तार किया जाएगा।
कांग्रेस प्रत्याशी महेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि देश-प्रदेश में जब कांग्रेस की सरकार थी तो हमने विकास पर फोकस रखा वहीं युवाओं को रोजगार दिया और गरीबी को ध्यान में रखकर हर वर्ग के लोगों के हितार्थ कार्य किए मगर पिछले दस साल में भाजपा ने दी तो सिर्फ बेरोजगारी, मंहगाई जिससे आज हर वर्ग त्राही-त्राही कर रहा है वहीं फरीदाबाद का विकास पटरी से उतर गया है क्योंकि फरीदाबाद का सही विकास कांग्रेस की ही दैन है।
उन्होंने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान जिस प्रकार से लोगों का उत्साह दिखाई दे रहा है उससे साफ संकेत हैं कि इस बार भाजपा जा रही है और कांग्रेस आ रही है। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि वह इस जोश और उत्साह को बनाए रखें और आने वाली 25 मई को कांग्रेस पार्टी के हाथ के निशान पर मोहर लगाकर फिर से फरीदाबाद के विकास के द्वार खोंल दें।
इस अवसर पर तिगांव के पूर्व विधायक ललित नागर ने अपने संबोधन में कहा कि भाजपा राज के भ्रष्टाचार का जावाब देने का सही वक्त अब आ गया है इसलिए लोकतंत्र के इस महापर्व पर भाजपा के भ्रष्टाचार व लूट का अंत करने के लिए कांग्रेस के प्रत्याशी चौधरी महेन्द्र प्रताप सिंह को भारी बहुमत से विजयी बनाएं।
इस मौके पर एनआईटी के विधायक नीरज शर्मा के अलावा, युवा कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष जेपी नागर,गजराज नागर, ब्रह्मपाल नागर, करतार ठेकेदार, महेन्द्र नागर, ज्ञानचंद नागर, पंडित प्रकाश, बीरसिंह, हरकिशन, मामचंद, टीकाराम, प्रेमराज संरपंच, धर्मपाल नागर, सतीश नागर, सीताराम, महिपाल, रणवीर सरपंच नार्चाली आदि मुख्यरूप से मौजूद थे।
Post A Comment:
0 comments: