सूरजकुंड (फरीदाबाद), 05 फरवरी। 37वें सूरजकुंड अंतरराष्टï्रीय शिल्प मेला की मुख्य चौपाल पर देश-विदेश के विभिन्न कलाकारों ने अपने-अपने देश की वेशभूषा, संस्कृति, अपना रहन-सहन, खुशहाली व सुंदरता को गीत, संगीत व नृत्य के जरिए से पर्यटकों के समक्ष रखा। गुजराज प्रांत के पोरबंदर जिला से आए आवण रास मंडल ने मनिहारा रास की मनमोहक प्रस्तुति दी।
किर्गिस्तान के कलाकारों ने अपने हाथों से बनाए गए वाद्ययंत्रों की धुनों पर नृत्य कर पर्यटकों का मन लुभाया। वहीं इथोपिया के कलाकारों ने गम्मेला डांस करके लोगों को भाईचारे को कायम रखने का संदेश भी दिया। टुनिशिया से आए नेशनल ट्रुफ ने अपने देश की सुंदरता व खुशहाली को यूखनी यइम्मा-यइम्मा गीत के साथ नृत्य की प्रस्तुति देकर पर्यटकों को मंत्रमुग्ध किया।
गाम्बिया देश के कलाकारों ने अपनी आजादी व खुशहाली के मौके पर गाए जाने वाले गीत की शानदार प्रस्तुति दी। जामिया के कलाकारों ने परंपरागत नृत्य लिक्किसी की प्रस्तुति दी। कोमोरोज सहित अन्य देश के कलाकारों ने भी अपने-अपने देश की भव्यता को गीतों व डांस के माध्यम से पेश करके बडी चौपाल पर बैठे पर्यटकों को थिरकने पर मजबूर कर दिया।
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