प्रबंध निदेशक ने बिजली उपभोक्ताओं के संतुष्टीकरण को लेकर उनको बेहतर सुविधा एवं सुचारु बिजली आपूर्ति करने के लिए करवाए जा रहे सभी विकास कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने हरियाणा विद्युत प्रसारण निगम के नए बनने वाले सब स्टेशनों की भी जानकारी ली।
उन्होंने डीएचबीवीएन के दिसंबर-2023 तक बैंक में प्रेषण निर्धारित और प्राप्त राजस्व लक्ष्य की स्थिति व उसके अंतराल के कारण, पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में एटीएंडसी एवं वितरण हानि और संग्रह दक्षता की स्थिति, डिफ़ॉल्ट राशि एवं बकाया की स्थिति, उसके बढ़ने के कारण, पिछले वर्ष की तुलना के साथ वितरण ट्रांसफार्मर की क्षति की स्थिति व क्षति दर, खराब मीटरों को बदलने की स्थिति, इलेक्ट्रो मैकेनिकल मीटर के प्रतिस्थापन की स्थिति, ट्यूबवेल कनेक्शन जारी करने की स्थिति, एलआरपी (शहरी फीडर) की स्थिति व उसके नुकसान, "म्हारा गांव जगमग गांव" योजना की स्थिति और प्रगति, कुल आरडीएस फीडर, कार्य पूर्ण, कार्य प्रगति पर या पूरा होने की संभावना और वे फीडर जहां अभी तक काम शुरू नहीं हुआ है तथा वे फीडर जो 24 घंटे घाटे पर चल रहे हैं। चोरी का पता लगाने की स्थिति का भी जायजा लिया।
प्रबंध निदेशक ने मौजूदा वित्त वर्ष में डीएचबीवीएन के लाइन लॉस, वितरण सहित एटीएंडसी लॉस, राशि वसूली एवं संग्रह क्षमता आदि की समीक्षा करते हुए इसमें सुधार करने के निर्देश दिए। बैठक में डीएचबीवीएन के चीफ इंजीनियर वीके अग्रवाल, एचवीपीएन के एसई अतुल अग्रवाल, एसई फरीदाबाद नरेश कक्कड़, एसई पलवल जोगिंदर हुड्डा, कार्यकारी अभियंता मॉनिटरिंग प्रदीप ढुल, विजिलेंस गौरव चौधरी, एमएंडपी एसपी सचदेवा सहित फरीदाबाद ऑपरेशन के सभी कार्यकारी अभियंता एवं उपमंडल अधिकारी आदि उपस्थित रहे।
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