उन्होंने कहा कि इस वर्ष देश आजादी के 76 वर्षो को आज़ादी के अमृत काल के रूप में मना रहा है और हम सब स्वतत्रंता संग्राम के महानायकों को याद कर रहे है। सभी महानायकों ने अपना सर्वस्व बलिदान कर देश को आज़ादी दिलाई थी।
राष्ट्रपिता महात्मा गॉंधी जी ने असहयोग आंदोलन, सविनय अवज्ञा आंदोलन, भारत छोड़ो आंदोलन के माध्यम से लाखों भारतीयों को स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन में एक साथ खड़ा किया। उन्होने इन आंदोलनों में अहिंसा और सत्यग्रह को प्रमुख हथियार बनाया था।
दत्तात्रेय ने कहा कि देश की नई पीढ़ी को गॉंधी जी की शिक्षाओं एवं सिद्धांतों से अवगत करवाने की परम आवश्यकता है। राष्ट्र की एकता, अखंडता और मज़बूती के लिए आज भी गांधी जी की शिक्षाएॅ एवं सिद्धांत प्रासंगिक है। इन्ही सिद्धांतों पर चलकर हम सभी पूरी प्रतिबद्धता से देश को विकास के मार्ग पर ले जाने का कार्य करें। यही राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव श्री अतुल द्विवेदी, एडीसी (पी) अर्श वर्मा, संयुक्त सचिव श्री अमरजीत सिंह, ओएसडी श्री बखविंदर सिंह, सीडीएच जगन बैंस तथा अन्य अधिकारीगण भी उपस्थित थे।
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