नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा ने चेतावनी दी है, कि यदि मृतक सफाई कर्मचारी सतीश के आश्रितों को सरकार द्वारा 50 लाख रुपए आर्थिक सहायता राशि व एक पक्की नौकरी निर्धारित समय में नहीं दी गई तो संघ फरीदाबाद के साथ पूरे हरियाणा में आन्दोलन करेगा।
बैठक में संघ के राज्य प्रधान नरेश कुमार शास्त्री जी राज्य सचिव अनिल भाई कर्मचारी यूनियन के प्रधान गुरुचरण खांडिया, सचिव कृष्ण चंडालिया, वाटर सप्लाई यूनियन के प्रधान देवी चरण व महेश शर्मा, इलेक्ट्रीशियन यूनियन के प्रधान मनोज शर्मा व सूरज रंगा, बेलदार यूनियन के प्रधान शहाबुद्दीन, राम रतन कर्दम, सैनिटेशन यूनियन के प्रधान शिव कुमार, सीवर मैन यूनियन के सचिव प्रदीप चावरिया, कुमारपाल बहालगोहर सहित दर्जनों कार्यकर्ता भी उपस्थित थे।
नगरपालिका कर्मचारी संघ, हरियाणा के राज्य प्रधान नरेश कुमार शास्त्री ने कहा कि नगर निगम में 30 वर्षो से दैनिक वेतनमान पर लगे 112 ग्रुप सी व डी के कर्मचारी माननीय हाई कोर्ट से रेगुलर होने का मुकदमा जीतकर आए हैं, लेकिन निगम प्रशासन उनको रेगुलर करने की बजाय कोर्ट में जाने पर विचार कर रहा है, जिसका संघ विरोध करेगा । संघ मांग करता है कि 112 कर्मचारियों के अतिरिक्त अन्य दैनिक वेतनमान पर लगे कर्मचारियों को भी निगम पक्का कर न्याय प्रदान करे।
शास्त्री ने इलेक्ट्रीशियन हेल्पर रोडमेट व माली बेलदार इलेक्ट्रीशियन ड्राइवर ट्यूबल हेल्पर सहित चतुर्थ श्रेणी की परधि में आने वाले सभी कर्मचारियों को तेल साबुन देने, वर्दी एवं वर्दी भत्ता, धुलाई भत्ता देने, एलटीसी देने सहित आदि मांगे लंबित है, जिनको लेकर कर्मचारियों में भारी नाराजगी है। श्री शास्त्री ने निर्दोष जूनियर इंजीनियर संदीप तलवार की सेवाएं समाप्त करने पर नाराजगी प्रकट करते हुए तुरन्त प्रभाव से बहाल करने की मांग की है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में आए दिन सीवर, सेफ्टी टैंको में तथा सफाई कर्मचारियों की बीमारियों से हो रही मोतों की जिम्मेदार सरकार नही तो कौन। शास्त्री ने कहा कि सफाई का बड़ा हिस्सा सरकार ने प्राइवेट ठेकेदारों के हाथ में दे दिया है, घर-घर से कूड़ा उठाना सड़क पर इकट्ठे हुए कूड़े को उठाकर डंपिंग प्लेस और डंपिंग प्लेस से प्लांट तक ले जाना ठेकेदारों का काम है आज फरीदाबाद, गुरुग्राम व अंबाला सहित प्रदेश के सभी शहरों में कूड़े के पहाड़ लगे हैं, इनका जिम्मेदार सफाई कर्मचारियों को ठहराया जा रहा है, क्योंकि ठेकेदारों के साथ अधिकारी और राजनेता मिलकर बड़ा भ्रष्टाचार कर रहे हैं।
आए दिन सफाई अभियान चलाए जाते हैं, जो गैरकानूनी है सफाई उपकरण, सफाई सुरक्षा उपकरण, संसाधन तथा मैनपॉवर के अभाव में सफाई अभियान चलाना बेईमानी है सफाई अभियान के नाम पर केवल अधिकारी और राजनेता फोटो खिंचवाते हैं और अपनी व्यक्तिगत राजनीति चमकता है, इसका खामियाजा सफाई व सीवर कर्मचारी मौत के रूप में कम से कम वेतन के रूप में तथा कच्ची नौकरी और ठेकेदारो का गुलामी करना सफाई कर्मचारियों की मजबूरी बन गया।
गुरुग्राम के 3480 सफाई कर्मचारियों की छटनी सहित प्रदेश में 5 हजार सफाई कर्मचारियों की छटनी कर सफाई कर्मचारियों पर नो वर्क नो पे का पत्र जारी कर सरकार ने घोर सफाई कर्मचारी विरोधी एवं तानाशाह होने का परिचय दिया है। जिसका विरोध प्रदेश के कर्मचारी डटकर करेंगे।
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