उन्होंने बताया कि दूसरे किसानों द्वारा संबंधित किसान का पंजीकरण रोकने के लिए परिवार पहचान पत्र को जोड़ दिया गया है, जिससे किसानों को अपनी फसल का पंजीकरण करने में सुविधा होगी और दूसरे किसानों अथवा आढती द्वारा किए जाने वाले पंजीकरणों पर रोक लगेगी। इसके अलावा कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की योजनाओं का लाभ प्राप्त करने के लिए किसानों को मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण कराना अनिवार्य है।
केवल पंजीकृत किसानो की रबी फसलो की सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद की जाएगी। इसलिए किसी भी असुविधा से बचने व रबी फसलों को निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य पर बेचने के लिए किसान अपनी फसल का पंजीकरण जरूर कराएं। सरकार द्वारा गेंहू की फसल के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य 2 हजार 250 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है।
कृषि उपनिदेशक डा. बाबूलाल ने किसानो से अपील की है कि जिला के सभी किसान समय रहते अपनी फसल का पंजीकरण पोर्टल पर अवश्य करवा लेवें। मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण के लिए ओ.टी.पी. आधार से जुड़े हुए मोबाइल फोन पर ही आ रहा है। इसलिए समय रहते हुए किसान अपने आधार लिंक मोबाइल नंबर को अपडेट करवा लें, जिससे मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण करने में परेशानी का सामना न करना पडे।
साथ ही पोर्टल पर जमीन संबंधित आने वाली परेशानी के लिए राजस्व विभाग (पटवारी) से संपर्क करके अपनी जमीन को पोर्टल पर सही करवा लें। उन्होंने जानकारी देेते हुए बताया कि सरकार की ओर से चलाए जा रहे विकसित भारत संकल्प यात्रा कार्यकमों में भी कृषि विभाग द्वारा किसानों का पंजीकरण किया जा रहा है। इन कार्यक्रमों के साथ-साथ विभाग के अधिकारियों तथा कर्मचारियों द्वारा गांव स्तर पर किसानों को अपनी फसल का पंजीकरण करने के लिए जागरूक किया जा रहा है।
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