संतों द्वारा आदिकाल से ही समाज को अच्छे संस्कार दिए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि वृंदावन का बृज क्षेत्र भगवान श्री कृष्ण की जन्मभूमि है, जहां श्री कृष्ण ने अनेक लीलाएं रची। भगवान कृष्ण ने हरियाणा के कुरूक्षेत्र में गीता उपदेश युद्ध के बीच दिया, जिसमें उन्होंने जीवन कैसे जिया जाए और संपूर्ण जीवन का सार भी बताया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के समय गीता के संदेश के अनुसार ही विश्व को कर्म व शांति के संदेश को आत्मसात करने की आवश्यकता है। भगवान श्री कृष्ण ने कुरूक्षेत्र में गीता उपदेश देते हुए अर्जुन को कर्म करने का संदेश दिया। भगवान श्री कृष्ण ने मानव जाति की भलाई व शांति के लिए युद्ध करने की आवश्यकता के बारे में अर्जुन को बताया। मुख्यमंत्री ने कहा कि वात्सल्य गांव में साध्वी ऋतंभरा सेवा का अनूठा कार्य कर मानव जाति को जागृत कर रही हैं। यहां हमें आध्यात्मिकता प्रेरणा मिलती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें वर्षों से जिसका इंतजार था, अब वह दिन आने वाला है। आगामी 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला आने वाले हैं। हम सभी 22 जनवरी को दिवाली मनाएंगे। अगले वर्ष में दो बार दिवाली मनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि समाज को स्वस्थ व दुरुस्त बनाने के लिए सबसे जरूरी है कि नशे जैसी बीमारी को खत्म किया जाए।
नशे को खत्म करने के लिए हम सभी को एक अभियान चलाना होगा, नहीं तो मादक पदार्थों के सेवन से हमारी आने वाली पीढ़ी पर बुरा प्रभाव पड़ेगा। मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा की पवित्र भूमि से प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान चलाया था, जिसके कारण हरियाणा में अब बेटियों की संख्या 871 से बढक़र 932 हो गई हैं और हमारा लक्ष्य है कि हम इस आंकड़े को 950 तक लेकर जाएं।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में सभी संतो व आम जनता को नव वर्ष-2024 की हार्दिक शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने संतों के साथ तीन पुस्तकों नामत: साध्वी ऋतंभरा व राम जन्मभूमि आंदोलन, नर से नारायण व वात्सल्य मूर्ति का विमोचन भी किया।
इस अवसर पर केंद्रीय कैबिनेट मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति, उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य, कैबिनेट मंत्री श्री लक्ष्मी नारायण, परमानंद गिरि महाराज, अनंत देव महाराज, जगत प्रकाश त्यागी महाराज सहित अन्य संत गण, नेतागण व गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
Post A Comment:
0 comments: