जयहिंद ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का जिक्र करते हुए कहा कि माननीय सुप्रीम कोर्ट के 2002, 2004, 2016, 2023 के आदेश के बावजूद हरियाणा को SYL का हक़ का पानी नहीं मिल रहा है | माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार पंजाब सरकार की जिम्मेदारी SYL नहर का निर्माण बनता है लेकिन पंजाब के मुख्यमंत्री ने मना करने के बाद यह केंद्र सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि वे इस नहर का निर्माण करवाए |
अब हरियाणा सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि वे केंद्र सरकार के सामने इस मुद्दे को रखे | वही आम आदमी पार्टी के नेताओं के बयान यही आते है कि वे हरियाणा को SYL का एक बूंद पानी नहीं देंगे | हरियाणा भी एक बूंद नहीं बल्कि हक़ का पूरा पानी लेगा |
जयहिंद ने कहा कि हरियाणा की जनता को दोगले नेता, दोगले दल व् दोगली बात वालों से लोगों को सावधान रहना होगा | रविवार को अरविन्द केजरीवाल आये तो बताये की क्या वे हरियाणा से गद्दारी की शपथ दिलाने आ रहे है क्या | अगर केजरीवाल साहब और भगवंत मान हरियाणा आये तो ये शपथ लेकर आये कि SYL पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला लागू करवायंगे |
सुप्रीम कोर्ट ने एसवाईएल के पानी को लेकर हरियाणा के पक्ष में फैसला आ चुका है। एसवाईएल के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी अपनी स्थिति स्पष्ट करे। 5 नवंबर को दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल व पंजाब के सीएम भगवंत मान हरियाणा काला मुंह करके यहां पर आएं। क्योंकि अरविंद केजरीवाल व भगवंत मान यहां आने से पहले अपनी शपथ लें कि वे सुप्रीम कोर्ट के आदेश को लागू करे।
जयहिंद ने शपथ लेने वाले आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं व् पदाधिकारियों से भी अपील की कि वे हरियाणा से गद्दारी की नहीं वफादारी की शपथ ले, अपनी पार्टी का SYL रुख साफ़ करवाएं |
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