पूर्वमंत्री विपुल गोयल व पूर्व विधायक टेकचंद शर्मा ने केंद्रीय मंत्री श्री गडकरी जी को बताया कि उक्त एक्सप्रेसवे पर इलाके के लिए कट न होने के कारण लोगों को नुकसान व परेशानियों पेश आ रही है, जिसको लेकर ग्रामीणों ने मोहना में धरना भी शुरू कर दिया है।
उन्होंने बताया कि एक्सप्रेसवे के लिए जब जमीन एक्वायर की जा रही थी, तभी भी अधिकारियों ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया था कि यहां से उन्हें उतार चढ़ाव दिया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ वहीं 3 मई, 2022 को जब मुख्यमंत्री मनोहर लाल पन्हेड़ा में आए थे तो उन्होंने घोषणा की थी कि ग्रामीणों को ग्रीन एक्सप्रेसवे पर मोहना पर कट दिया जाएगा, लेकिन आज तक यह कट नहीं दिया गया, जबकि यूपी के फलैदा गांव में यह कट दिया गया है।
पूर्व विधायक टेकचंद शर्मा ने बताया कि ग्रीन एक्सप्रेसवे का 24 किलोमीटर हिस्सा हरियाणा में पड़ता है, उसमें कोई कट नहीं है, जबकि उत्तरप्रदेश के सात किलोमीटर दायर में कट दे दिया गया है। इस कट से हरियाणा के लोगों को कोई फायदा नहीं मिलेगा।
उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि जिस प्रकार दिल्ली एयरपोर्ट से मानेसर क्षेत्र विकसित हुआ, जबकि जेवर एयरपोर्ट का फायदा यहां के सैकड़ों ग्रामीणों को मोहना में कट दिए जाने के बाद ही मिलेगा। उन्होंने स्पष्ट कहा कि 15 दिन के अंदर अगर इस समस्या का समाधान नहीं हुआ तो जितना भी बड़ा संघर्ष क्यों न करना पड़े व लोगों के साथ मिलकर करेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री की घोषणा को जानबूझकर यूपी में ले जाया गया है।
पूर्वमंत्री व पूर्व विधायक सहित सरदारी की बात सुनने के बाद केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी तुरंत एनएचआईए अधिकारियों को इस मामले में फिजिकल रिपोर्ट सौंपने के आदेश दिए और आश्वासन दिया कि ग्रामीणों की समस्या का जल्द ही समाधान किया जाएगा।
वहीं चार महीने पहले बाघौला में शुरू हुए पुल निर्माण कार्य बंद होने पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के आदेश पर कांट्रैक्टर को नोटिस दिया गया कि अगर दस दिन में काम चालू नहीं किया गया तो उसका ठेका कैंसिल कर दिया जाएगा। इस अवसर पर मोहना के पूर्व सरपंच किशन सिंह, पूर्व सरपंच अटेरना अख्तर, वीरेंद्र अत्री मोहना, नाहर सिंह जवां, हुकम नंबरदार, हीरापुर,तुलाराम सरपंच बघौला सहित गणमान्य सरदारी मौजूद रही।
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