सामाजिक कार्यकर्ता नवीन जयहिंद ने इस दशहरे रावण का नहीं बल्कि भ्रष्ट नेताओं व भ्रष्ट सिस्टम का पुतला फूंक कर जनता के मुद्दों पर एक बार फिर हुंकार भरी |
मंगलवार को नवीन जयहिंद व उनके साथियों ने रावण की जगह भ्रष्ट नेताओं व भ्रष्ट सिस्टम के पुतले का दहन किया |नवीन जयहिंद ने कहा कि रावण पूछा रहा है क्या प्रदेश में आज बेरोजगारी, नशाखोरी, अपराध उनकी वजह से बढ रहा है |
प्रदेश को SYL का पानी क्या रावण की वजह की वजह से नहीं मिल रहा है ? क्या महिलाओं के खिलाफ अपराध रावण की वजह से बढ़ रहा है ? अगर किसी का राम जैसा चरित्र है तो ही रावण को जलाएं नहीं तो पाप लगेगा |
जयहिंद ने कहा कि आज प्रदेश में बुजुर्ग, दिव्यांग व् विधवा पेंशन के लिए, आम जनता पीपीपी व् काटे के गये राशनकार्ड को लेकर सरकारी तंत्र के शोषण का शिकार हो रहा है | प्रदेश में बेरोजगारी चरम सीमा पर है और जिसकी वजह से युवा नशे की गर्त में जा रहे है | नशा की लत युवाओं को क्राइम की दुनिया में धकेल रही है | आज जो प्रदेश के हालात है उसके लिए जिम्मेदार आज के नेता है | सरकार सिर्फ घोषणाएं कर रही है | जमीनी स्तर पर हकीकत इससे अलग है |
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