डीडीपीओ उपमा अरोड़ा ने कहा कि सप्ताह में एक दिन शुक्रवार को जिला की सभी ग्राम पंचायतों में सफाई अभियान चलाया जाए। ग्रामीण क्षेत्र में सीएसआर के सहयोग से स्वच्छता के कार्य किए जाएं। जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी द्वारा आदेश जारी किए गए।
ग्राम पंचायतों की संपत्ति के संरक्षण की जिम्मेदारी संबंधित पंचायत की होती है। पंचायतों में सभी प्रकार की जमीनों से अवैध कब्जो को हटाया जाए। खाद के गड्ढे का प्रयोग खाद गड्ढे के रूप में हो, निजी खाद गड्ढे की चार दीवारी की जाए। फिरनी व सडक़ पर कूड़ा डालने की स्थिति में संबंधित के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाए।
स्वच्छ भारत मिशन के सहायक परियोजना अधिकारी चेतराम ने बताया कि इन सभी पंचायतों में डोर टू डोर कूड़े को उठाया जाएगा। जिला में 185 कचरा शैड्स के निर्माण को प्रशासनिक मंजूरी मिल चुकी है, जल्द ही यह कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा। आमजन के सहयोग से गीले व सूखे कूड़े का अलग-अलग निपटान किया जाएगा। ग्राम स्तर पर ही गीले कूड़े को जैविक खाद में परिवर्तित किया जाएगा।
उसके बाद खंड स्तर पर सूखे कूड़े का प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट यूनिट में निपटान किया जाएगा। जल्द ही ब्लॉक स्तर पर यूनिटों की स्थापना होगी। इसके अलावा ग्रे-वाटर मैनेजमेंट के अंतर्गत घरों से निकलने वाले गदले पानी को शोक पीट व अन्य विधियों के माध्यम से सिंचाई योग्य बनाया जाएगा। स्वच्छता अभियान व जल संरक्षण को मिशन बनाकर कार्यक्रम चलाए जाएंगे।
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