उन्होंने बताया कि जिला में लगभग 18 हजार 929 किसानों का अभी तक ई-केवाईसी सत्यापन नहीं हुआ है, जिसके कारण इन किसानों की निधि उनके खातो में नहीं पहुंच पाएगी। इसलिए किस्त का लाभ लेने के लिए सभी लंबित संबंधित किसान अपने आधार से पी.एम. किसान सम्मान निधि योजना की ई-केवाईसी जरूर करवा लें।
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग पलवल के उपनिदेशक डा. बाबूलाल ने बताया कि कृषि विभाग का सभी फिल्ड स्टॉफ भी किसानों के ई-केवाईसी पूर्ण कराने के लिए सक्रिय रूप से जिला में कार्य कर रहा है। साथ ही ग्राम पंचायतो में किसानों की सूची उपलब्ध करवाई जा चुकी है तथा पी.एम. किसान सम्मान निधि योजना के साथ-साथ विभाग की अन्य योजनाओं के लिए किसान गोष्ठियों का आयोजन किया जा रहा है।
किसान सम्मान निधि योजना लगातार वर्ष 2019 से किसानों की खाद, बीज व कीटनाशक की आवश्यकताओं की पूर्ति में विशेष योगदान निभा रही है। जिला पलवल में 82 हजार 840 किसानों द्वारा इस योजना में अपना पंजीकरण करवाया हुआ है। केंद्र सरकार की हिदायत है कि ऐसे किसान 15 वीं किस्त प्रदान करने से पूर्व अपनी ई-केवाईसी अपडेट अवश्य करवा लें अन्यथा उनकी प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ रूक जाएगा।
जिन किसानों की ई-केवाईसी नहीं हो पाई है कृषि उपनिदेशक ने उन संबंधित किसानों से विशेष आग्रह किया है कि वे पी.एम. किसान मोबाईल ऐप, सी.एस.सी. या कृषि विभाग के कर्मचारियों के सहयोग से अपनी ई-केवाईसी निश्चित ही करवा लें।
उपमंडल कृषि अधिकारी मंजीत सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि जिन किसानों कि मृत्यु हो गई है, उनके परिजन उस संबंधित किसान का मृत्यु प्रमाण पत्र कृषि विभाग पलवल में जमा कराएं, ताकि विभाग कार्यवाही करके मृत किसानों को लंबित सूची से हटा सके। शेष किसान अपनी ई-केवाईसी अपडेट अवश्य करवा लें, जिससे किसानों को 15वीं किस्त मिलने में किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।
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