जयहिंद ने बताया कि हरियाणा पुलिस के कर्मचारी अपनी मांगो के लिए उनके पास बार-बार फोन करके अपनी समस्याओं से अवगत कराते है। हरियाणा पुलिस के कर्मचारी डीजीपी साहब के अपने परिवार के सदस्य हैं और उन्हें अपने परिवार की समस्याओं का तुरंत समाधान करना चाहिए ताकि हरियाणा पुलिस के कर्मचारी अच्छी तरह अपनी ड्यूटी और कर्तव्य का पालन कर सके ।
जयहिंद ने हरियाणा पुलिस की मांगो और उनकी समस्याओं की ओर ध्यान दिलाते हुए बताया की हरियाणा पुलिस विभाग में हजारों की संख्या में पद खाली पड़े हैं। एक पुलिस कर्मचारी को दो-दो पुलिस कर्मचारियों का काम करना पड़ रहा हैं जिसके कारण उन्हें मानसिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं
जयहिंद ने हरियाणा पुलिस के कर्मचारियों की ड्यूटी 8- 8 घंटे की करने बारे कहते हुए बताया की हरियाणा पुलिस का भी अपना घर परिवार हैं और हरियाणा पुलिस कर्मचारी भी इंसान हैं जबकि उनसे 24 घंटे ड्यूटी लेकर उनके मानवधिकारो का हनन किया जा रहा हैं और सुविधाओं के नाम पर सिर्फ एक चौकी होती है | जिसमे न तो पीने के पानी की व्यवस्था और न ही टॉयलेट की व्यवस्था सरकार देती है | अगर एक कर्मचारी को विभाग या सरकार के काम की वजह से कहि जाना पड़ा जाए तो वो अपनी जेब से पैसे खर्च करके जाते है
जयहिंद ने कहा कि हरियाणा पुलिस के कर्मचारी भी बीमार होते हैं क्योंकि उन्हें ड्यूटी पर कई तरह की स्मायाओं से गुजरना पड़ता है जिसकी वजह से उनके स्वास्थ्य पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है । सरकार को चाहिए कि उन्हें मेडिकल कैशलेस सुविधा मिले और सभी प्रकार के पैनल और इंपैनलड हॉस्पिटल में फ्री इलाज मिले। जब सरकार के कर्मचारी ही स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में है तो जनता को क्या ही सुविधा मिलेगी |
जयहिंद ने कहा कि पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को सीनियर लिखित में आदेश दे ताकि विभाग में भ्रष्टाचार खत्म हो सके औरजूनियर अधिकारियों पर सीनियर अधिकारियों का दबाव कम से कम हो ताकि जनता की सेवा करने में कोई अवरोध उत्पन्न ना हो। पुलिस कर्मचारियों को उपर से चालान काटने तक टारगेट आते है | ऐसे में जनता और पुलिस कर्मी दोनों ही आला अधिकारियों के भ्रष्टाचार के शिकार बनाते है |
पंजाब, दिल्ली और चंडीगढ़ के बराबर वेतन मान दिया जाए -
जयहिंद ने हरियाणा पुलिस की इस मांग का समर्थन करते हुए कहा कि प्रदेश में 1 लाख 20 हजार कर्मचारियों का काम 60 हजार पुलिस वाले कर रहे है और दुगुनी मेहनत के साथ कर रहे है तो उन्हें सैलरी भी उसी हिसाब से मिले | अगर किसी के घर में सांप भी निकल आता है तो लोग सबसे पहले 112 पर कॉल कर पुलिस को बुलाते है | ऐसे में जन सेवा के लिएय हमेशा तत्पर रहने वाले पुलिस को उनका मेहनताना मिलना जरूरी है |
शहीद कर्मचारी के परिवार को मिले एक करोड़ की आर्थिक सहायता
एक पुलिसवाला जब ड्यूटी पर जाता है तो वो खरतनाक अपराधियों से भी भिड़ता है, गैंगवार का भी सामना करना है | ऐसे उसके पीछे उसके माँ -बाप , पत्नी-बच्चे, भाई-बहन होते जो उसके सहारे पे होते है | ऐसे सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि उसके परिवार को पूर्ण आर्थिक सहायता मिले जिसकी वजह भविष्य उन्हें किसी का मोहताज न होता पड़े |
रिटायर पुलिस कर्मियों के पेंशन में बढ़ोतरी
एक पुलिस कर्मी अपने जीवन का अधिकतर हिस्सा समाज और सरकार की सेवा में निकाल देता है | जब उसकी सेवा का वक्त आता है तो सरकार पीछा छुड़ा लेती है | इस बढती महंगाई के दौर में सरकार न सिर्फ उनकी पेंशन बढानी चाहिय बल्कि उनका सम्मान भी करते रहना चाहिए |
वर्दी भत्ता दस हजार रूपये मिले -
जयहिंद ने कहा कि अगर आज आम इंसान भी कपड़े सिलवाने जाता है तो 30 से 40 हजार रूपये खर्च कर देता है | वही पुलिस वाले जो बारिश , गर्मी और कडकती सर्दी में सड़कों पे खड़े होते है उनके लिए दो हजार रूपये इस महंगाई के दौर में कहाँ का न्याय है | कम से कम वर्दी भत्ते के तौर पर 10 हजार रूपये जरुर मिलने चाहिए
जयहिंद ने होमगार्ड और एसपीओ की सैलरी का मुद्दा भी उठाते हुए कहा कि डीजीपी साहब होमगार्ड और SPO पिछले कई महीनों से अपनी तनख्वाह को लेकर सरकार और विभाग दोनो को लिख कर है और प्रदर्शन भी कर चुके । जब कानूनी व्यवस्था संभालने वाली ही सड़कों पर है तो फिर प्रदेश की जनता कैसे सुरक्षित रह सकती है।
जयहिंद ने जेल वार्डन की तनख्वाह का मुद्दा उठाते हुए कहा कि जेल मंत्री रणजीतसिंह चौटाला अपने ही विभाग के जेल वार्डनों को समस्याओं से अवगत नहीं है | एक जेल वार्डन पूरा दिन जेल बिना अपराध के सजा काट रहा होता है | उसकों न तो उचित वेतनमान मिलता है , न महंगाई भत्ता , न ड्यूटी से छुट्टी और न ही अन्य सुविधा मिलती है | जेलों में पीने के पानी और टॉयलेट की उचित व्यवस्था तक नही है|
जयहिंद ने कहा कि मुख्यमंत्री, गृहमंत्री और डीजीपी की जिम्मेदारी बनती है कि जिनकी वहज से पुरे प्रदेश में कानून व्यवस्था और शांति बनी हुई है उनका उचित ख्याल रखा जाए और वे सुविधाएँ मिले जिसके वे हकदार है | भर्तियाँ की जाए ताकि एक पुलिस कर्मी को दोहरी ड्यूटी न करनी पड़े |
जयहिंद ने प्रदेश के डीजीपी से अपील करते हुए कहा कि पुलिस उनका परिवार है और परिवार के सदस्यों का ख्याल रखना मुखिया की जिम्मेदारी होती है। अब जब वे हरियाणा पुलिस विभाग की कमान संभाल चुके है तो वे जल्द से जल्द हरियाणा पुलिस, होमगार्ड और एसपीओ विभाग के सभी कर्मचारियों की मांगों को जल्द से जल्द पूरा करेंगे।
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