वही मंच से नवीन जयहिंद ने बांस गांव की समस्याओं को उठाते हुए कहा कि गांव में ना तो पीने के लिए पानी की व्यवस्था है और नहीं बिजली का कोई प्रबंध है 10-10 घंटे तक लाइट नहीं आती है। वही गांव में पानी निकासी की भी कोई उचित व्यवस्था नहीं है।
इस गांव में चार-चार सरपंच है लेकिन फिर भी उनकी कोई सुनने वाला नहीं है। यहां के मौजूदा विधायक और सांसद गांव की सुध तक लेने नहीं आते हैं। इतने बड़े गांव में ना कोई कॉलेज है ना कोई स्कूल है। अस्पताल में डॉक्टर नहीं है।वही जयहिंद ने गांव वालों से मुख्यमंत्री के जन संवाद की हामी भी भरवाई। कहा कि क्या मुख्यमंत्री बांस गांव में आकर अपना जनसंवाद करेंगे?
जयहिंद ने मुख्यमंत्री के जेलों के उद्घाटन पर भी सवाल खड़े करते हुए कहा कि शिक्षक दिवस पर प्रदेश के मुख्यमंत्री जेलों का उद्घाटन कर रहे हैं, कम से कम मुख्यमंत्री पांच शिक्षकों को बुलाकर उन्हें ही सम्मानित कर देते तो शिक्षक दिवस का मान तो रह जाता।
किसी स्कूल में पांच ईंट लगवा देते । प्रदेश के युवाओं को रोजगार तो दे नहीं पा रहे है जेल पर जेल बनवाए जा रहे है। रोजगार के अभाव में युवा या तो नशे की तरफ जाता है या फिर क्राइम की तरफ और इसका अंत जेल में होता है । ये एक गंभीर मुद्दा है लेकिन न सरकार को चिंता है और न विपक्ष को।
जयहिंद ने कहा कि अपने हक के लिए खुद आगे आना होगा और लड़ाई लड़नी होगी । इन नेताओं के सामने फूल -मालाओं के साथ अपने मुद्दे भी लेकर जाया करो।
Post A Comment:
0 comments: