ये खिलाड़ी देश के अलग -अलग राज्यों से आए हुए है। राजीव गांधी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में चल रहे खेलों में हिस्सा लेने के लिए ये खिलाड़ी आए हुए है। लेकिन प्रशासन और सरकार द्वारा इन खिलाडियों के लिए न तो पीने के पानी की व्यवस्था की , न खाने और न रहने का इंतजाम है।
जयहिंद ने रोष व्यक्त करते हुए कहा कि जब सरकार और प्रशासन आने वाले बच्चों को कोई सुविधा ही मुहैया नहीं करा सकते तो खेल कराने के ढोंग किस लिए कर रहे है । खिलाड़ियों के पास इतने पैसे नहीं होते कि वह अपने रुकने खाने पीने की व्यवस्था खुद कर सके यह प्रशासन की जिम्मेदारी बनती है कि आने वाले खिलाड़ियों के लिए पीने के पानी खान और रहने की व्यवस्था की जाए।
मैंने कहा कि खिलाड़ियों ने उन्हें बताया कि उनकी पीने के पानी तक की व्यवस्था नहीं की गई और शाम होते ही उन्हें स्टेडियम के अंदर घुसने तक नहीं दिया गया। ऐसे में इतनी दूर दराज से आए हुए बच्चे कहां जाएंगे अगर इन बच्चों के साथ कोई अनहोनी होती है तो उसके लिए कौन जिम्मेदार होगा ।
स्पॉन्सर्ड के नाम पर बड़े-बड़े बैनर लगाए गए लेकिन खिलाड़ियों को सुविधाएं तक नहीं दी गई ।इन खिलाड़ियों से कोई यह तक पूछने वाला नहीं था कि यह कहां रुकेंगे और कैसे रुकेंगे। जिनमे कुछ महिलाएं खिलाड़ी भी हैं।
नवीन जयहिंद ने कहा कि इतने बड़े -बड़े ऑर्गेनाइजेशन के बैनर लगे हुए थे क्या किसी भी संस्था के पास इतने पैसे नहीं है कि इन खिलाड़ियों के रुकने की व्यवस्था कर दे।यह प्रदेश की लिए बड़ी शर्म की बात है कि दूसरे राज्यों आए खिलाड़ी और कोच क्या सोचेंगे की यह की सरकार के इतनी भी सुविधा नहीं हैं कि वे उन्हें दो टाइम का खाना और रहना दे सके।अगर यही खिलाड़ी मैडल लेकर आए तो सभी नेता -मंत्री फूल मालाओं के साथ सबसे आगे मिलेंगे।
नवीन जयहिंद ने केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर और मुख्यमंत्री को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि ये शर्म की बात है कि जहां अमृत महोत्सव के नाम पर करोड़ों रुपए बर्बाद कर दिए जाते है वही खिलाड़ियों के लिए पीने का पानी तक नहीं है । अगर सरकार के पास खिलाड़ियों के लिए रोटी और रहने के लिए जगह नहीं है तो कटोरा उठा ले।
वही नवीन जयहिंद ने सरकार और प्रशासन को अल्टिमेटम देते हुए कहा कि अगर खिलाड़ियों के लिए रुकने और खाने की व्यवस्था नही की गई तो वे कल स्टेडियम के सामने तसला लेकर बैठेंगे और सरकार के भ्रष्टाचार की पोल - पट्टी खोलेंगे।
वही नवीन जयहिंद ने खिलाड़ियों के पीने -खाने और रहने की समस्या को लेकर रोहतक डीसी से बात की। डीसी ने आश्वासन दिया कि जल्द ही 12 राज्यों के खिलाड़ियों के खाने और रहने की व्यवस्था कर दी जाएगी ताकि किसी भी खिलाड़ी को इधर -उधर न भटकना पड़े ।
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