श्री शास्त्री ने सर्व कर्मचारी संघ की ओर से आशा वर्कर को समर्थन देते हुए कहा कि सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा अधिकारों के लिए संघर्ष करने वाले संगठनों के साथ है। श्री शास्त्री ने इशारों इशारों में सरकार से मिलकर कर्मचारियों की एकता को तोड़कर आंदोलन के नाम पर भरम पैदा कर चाहे कितना बड़ा या लंबा आंदोलन चलाया जाए समझ स्पष्ट न होने के कारण हार लनिश्चित है लेकिन आशाओं काआंदोलन और उनकी समझ बिल्कुल स्पष्ट है सरकार को उनकी मांगों का समाधान बातचीत की टेबल पर बैठकर करना पड़ेगा अन्यथा आने वाले समय में सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
आज के इस प्रदर्शन की अध्यक्षता आशा वर्कर की जिला प्रधान हेमलता ने किया तथा संचालन रेखा शर्मा द्वारा किया गया । प्रदर्शन में मुख्य रूप से सीटू के नेता निरंतर पाराशर नगर निगम सफाई कर्मचारी यूनियन के प्रधान गुरु चरण सिंह खंडिया बेलदार यूनियन के प्रधान शहाबुद्दीन वाटर सप्लाई यूनियन के प्रधान देवी चरण शर्मा इलेक्ट्रीशियन यूनियन के प्रधान मनोज शर्मा सहित अन्य विभागों के दर्जनों कार्यकर्ताओं ने भी भाग लिया।
आशा वर्कर की सभा को संबोधित करते हुए जिला प्रधान हेमलता सुशील चौधरी सुधा पाल ने कहा कि सरकार आंदोलन को लंबा खींचकर आशा वर्कर को थकना चाहती है ताकि आशा वर्कर का आंदोलन निराशा जनक स्थिति में पहुंचकर समाप्त हो जाए उन्होंने संयुक्त रूप से एक स्वर में सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक उनकी 10 सूत्रीय मांगों का सरकार निवारण नहीं करेगी जब तक वह लड़ाई जारी रखेंगी उन्होंने कहा कि हम सरकार के हर एक दमान का मुकाबला करने को तैयार हैं सरकार को यह बात समझ लेनी चाहिए कि कई बहनों ने आंदोलन के दौरान अपनी जान कमाई है लेकिन उसके बावजूद भी आंदोलन पूरे प्रदेश में यथावत मजबूती से चल रहा है आज के इस प्रदर्शन को अन्य के अलावा आशा वर्कर यूनियन की नेता अनीता नेहा साहिल परवीन पूजा गुप्ता संगीता चंद्रप्रभा रवि गलिया आदि ने भी संबोधित किया
ये हैं मांगे:- मानदेय और प्रोत्साहन राशि को महंगाई भत्ते से जोड़ा जाए
* आशा वर्कर को कर्मचारी का दर्जा दिया जाए ₹26000 न्यूनतम वेतन ईएसआई ईपीएफ का लाभ दिया जाए
*आशाओं को भी कर्मचारियों को मिलने वाले सभी बेनिफिट दिए जाएं और रिटायरमेंट का लाभ दिया जाए।
* केंद्र पर बैठने के लिए आशाओं को स्थान निश्चित किया जाए व सामान रखने की जगह उपलब्ध करवाई जाए। रिटायरमेंट की उम्र 65 साल निश्चित की जाए ।
*आशा फैसिलिटेटर की विजिट की प्रोत्साहन राशियों में बढ़ोतरी की जाए और फैसिलिटेटर रिपोर्टिंग के लिए प्रोत्साहन राशि फिक्स की जाए।
* आशा वर्कर को ड्रेस के ₹2000 प्रतिवर्ष दिया जाए।
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