मुख्यमंत्री ने आज पलवल जिला में विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय में आयोजित राष्ट्रीय श्रमिक दिवस के अवसर पर श्रमिकों के कल्याणार्थ अनेक घोषणाएं की। उन्होंने कहा कि अभी तक बेटों व बेटियों को छात्रवृति राशि में अंतर रहता था, लेकिन बेटों व बेटियों को एक समान मानते हुए आज से निर्णय लिया गया है कि सभी प्रकार की छात्रवृतियों की राशि दोनों के लिए एक समान होगी।
श्री मनोहर लाल ने औद्योगिक श्रमिकों के बच्चों को दी जाने वाली छात्रवृति में अभूतपूर्व बढोतरी करने की घोषणा की। वर्तमान में छात्रवृति की राशि, जो 5000 रुपये से शुरू होकर 16000 रुपये तक दी जाती थी, वह अब 10 हजार रुपए से शुरू होकर 21 हजार रुपए तक दी जाएगी।
इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने क्रॉनिक बीमारी होने पर श्रमिकों को स्वास्थ्यप्रद खान-पान हेतू 2000 रुपये प्रति माह दिये जाने की भी घोषणा की। इसके अलावा, फतेहाबाद तथा जिला गुरुग्राम के हरसरू, कादीपुर, वजीराबाद में ई0 एस0 आई0 डिस्पेंसरी स्थापित की जाएगी तथा हरियाणा राज्य की सभी ई0 एस0 आई0 डिस्पैंसरियों में ई0 सी0 जी0 सुविधायें उपलब्ध करवाई जायेंगी।
श्रमिक नगरों में बनेंगे 2000 फ्लैट
मुख्यमंत्री ने घोषणा करते हुए कहा कि परिवार का पालन पोषण करने के लिए काम की तलाश में श्रमिकों को एक नगर से दूसरे नगर जाना पड़ता है, इसलिए उनकी सुविधा हेतु पहले चरण में फरीदाबाद, गुरुग्राम, सोनीपत व यमुनानगर में प्रत्येक जिले में 500-500 फ्लैट उपलब्ध करवाये जायेंगे।
गुरु शिष्य कौशल सम्मान योजना
श्री मनोहर लाल ने घोषणा करते हुए कहा कि श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की ओर से गुरू शिष्य कौशल सम्मान योजना शुरू की जा रही है। इसका उद्देश्य अनौपचारिक क्षेत्र के 25,000 शिल्पकारों, कारीगरों और श्रमिकों जैसे प्लंबर, बढ़ई, राजमिस्त्री आदि की कौशल क्षमता को पहचानना, प्रमाणित करना और उन्हें दक्ष गुरु के रूप में पहचान दिलवाना है। इस योजना के तहत 75,000 युवाओं को कौशल आधारित प्रशिक्षुता प्रशिक्षण के लिए ट्रेड गुरुओं के साथ प्रशिक्षु के रूप में जोड़ा जाएगा।
कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रमों के सफल समापन के बाद ऐसे प्रशिक्षुओं को प्रमाण-पत्र प्रदान किए जाएंगे। यह कौशल प्रशिक्षण और प्रमाणन युवाओं को बेहतर बेतन पाने, स्व-रोजगार शुरू करने व उद्यमी बनने में सक्षम बनाएगा। यह योजना श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय द्वारा कार्यान्वित की जाएगी। यह योजना 5 साल के लिए होगी तथा इसका कुल बजट अनुमान 208.66 करोड़ रुपये होगा।
इस अवसर पर श्रम राज्य मंत्री श्री अनूप धानक, विधायक श्री नयनपाल रावत, जगदीश नायर, श्री दीपक मंगला, उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री आनंद मोहन शरण, श्रम विभाग के प्रधान सचिव श्री राजीव रंजन, हरियाणा श्रम आयुक्त डा. मनीराम शर्मा, श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति डा. राज नेहरू, उपायुक्त नेहा सिंह, एसडीमए लक्ष्मी नारायण, सीईओ जिला परिषद जितेंद्र कुमार, नगराधीश द्विजा, जिंदल हॉस्पीटल हिसार से जितेंद्र सिंह सहित विभागों के अधिकारीगण मौजूद रहे।
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