डॉ वीरेंद्र सहरावत ने बताया कि जिले में पशु चिकित्सकों के नेतृत्व में 22 टीमों का गठन किया गया है जिन्होंने वर्षा ऋतु से पहले विशेष टीकाकरण अभियान चलाकर जिले के सभी पशुओं का संक्रामक रोगों उदाहरणार्थ गलघोटू,मुँह-खुर ,ई. टी.वी, शीप-पॉक्स इत्यादि का टीकाकरण किया हैं l
इसके अतिरिक्त उपनिदेशक कार्यालय में पशु संबंधित बाढ़ नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है व पशुओं के विभिन्न रोगों के उपचार हेतु दवाइयों की पर्याप्त मात्रा विभिन्न पशु चिकित्सालय में उपलब्ध है जिससे आवश्यक चिकित्सा मौके पर ही पीड़ित पशुओं को उपलब्ध कराई जा सके l
उन्होंने पशुपालकों व गौशाला संचालकों को बाढ़ से संबंधित जरूरी हिदायतें बताई जैसे कि फफूंद व भीगे हुए चारे का उपयोग न करें, पशुओं को साफ पानी पिलाएं, मिश्रित चारे का उपयोग करें, गौशाला के गेट पर चूने का छिड़काव रखें, गौशाला में बाढ़ का पानी आ जाने पर पशुओं को शिफ्ट करने बारे व अन्य जानकारी दीl
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