पलवल, 18 जुलाई। उपायुक्त नेहा सिंह ने बताया कि भूमिगत जल का स्तर दिन प्रतिदिन नीचे जा रहा है, अगर जलस्तर ऐसे ही नीचे जाता रहा तो एक दिन हमें पीने के लिए भी पानी उपलब्ध नहीं होगा। इसलिए इस समस्या के समाधान के लिए सरकार द्वारा काफी महत्वपूर्ण योजना नामत: माइक्रो इरिगेशन चलाई जा रही है।
उन्होंने बताया कि इस योजना के अंतर्गत मिकाडा विभाग द्वारा उटावड़ डिस्ट्रीब्यूट्री के मोगा नंबर-8835-आर पर सोलर पावर आधारित कम्युनिटी बेस्ड माइक्रो इरिगेशन प्रोजेक्ट का निर्माण कार्य लगभग 04 करोड़ 93 लाख 23 हजार रुपए की लागत से होना है।
इस माइक्रो इरिगेशन प्रोजेक्ट के निर्माण से पलवल खंड के गांव किशोरपुर व अतरचटा और हथीन खंड के गांव राजूपुर व मंडकोला की लगभग 344 एकड़ भूमि की सिंचाई होगी, जिससे 50 प्रतिशत पानी की बचत के अलावा बिजली खपत की भी बचत होगी तथा कम समय में सिंचाई करने में आसानी होगी। इस योजना के अंतर्गत पलवल जिला के किसानों को शत प्रतिशत सब्सिडी 85 प्रतिशत मिकाडा विभाग द्वारा तथा 15 प्रतिशत अटल भूजल द्वारा दी जा रही है।
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