इन जागरूकता कैम्पस में ‘मेरी फसल मेरा ब्यौरा’, ‘मेरा पानी मेरी विरासत’, ‘मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजना’, भावान्तर भरपाई योजना’ व विभागीय योजनाओं के पंजीकरण करने हेतू व प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने व जल शक्ति अभिायान के बारे मे किसानों को विस्तार से जानकारी दी गई।
मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजना-
बागवानी फसलों में प्रतिकूल मौसम व प्राकृतिक आपदाओं के कारण से होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए हरियाणा सरकार द्वारा मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजना की शुरुआत की गई है।
इस योजना के तहत किसानों को प्रति एकड प्रीमीयम राशि 2.5 प्रतिशत सब्जियों मसालों के लिए 750 रूपये प्रति एकड़ व फलों के लिए 1000 रूपये प्रति एकड़ देना होगा। सब्जियों एवं मसालों के लिए न्यूनतम मुआवजा राशि प्रति एकड़ 15,000 रूपये व अधिकतम 30,000/- रूपये तथा फलों के लिए न्यूनतम मुआवजा राशि 20,000 रूपये व अधिकतम 40,000/- रूपये होगी।
योजना में शामिल प्रतिकूल मौसम व प्राकृतिक आपदाएं - ओलावृष्टि, तापमान, पाला जल कारक (बाढ़, बादल फटना, नहर/ड्रेन का टूटना, जलभराव) आंधी तूफान व आग।
योजना में शामिल 21 फसलें - सब्जियां सब्जियां (14)- टमाटर, प्याज, आलू, फूलगोभी,मटर, गाजर, भिंडी, घीया, करेला, बैंगन, हरी मिर्च, शिमला मिर्च, पत्ता गोभी,मूली फल (5)- आम, किन्नू, बेर, अम्रूद, लीची मसाले (2)- हल्दी, लह्सुन।
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