Faridabad Assembly

Palwal Assembly

Faridabad Info

मूर्तिशिल्पकारों के संग बच्चों ने सीखा मूर्तिकला का हुनर

Haryana-Uday-program-Palwal
हमें ख़बरें Email: psrajput75@gmail. WhatsApp: 9810788060 पर भेजें (Pushpendra Singh Rajput)

Haryana-Uday-program-Palwal

पलवल, 30 जून। आजादी के 75वें अमृत महोत्सव की श्रृंखला में हरियाणा उदय कार्यक्रम के तहत कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग हरियाणा एवं शिक्षा विभाग के संयुक्त तत्वावधान में स्कूल स्तर के 5वीं से 12वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों के लिए चलाए जा रहे 30 दिवसीय ग्रीष्मकालीन शिविर टाबर उत्सव-2023 का शक्रवार को समापन हो गया। 

टाबर उत्सव के समापन अवसर पर विद्यार्थियों द्वारा एक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया, जिसका शुभारंभ जिला शिक्षा अधिकारी अशोक कुमार बघेल ने विधिवत रिबन काटकर किया। इस अवसर पर उनके साथ उप जिला शिक्षा अधिकारी सुखबीर सिंह, खंड शिक्षा अधिकारी मामराज रावत मौजूद रहे। सभी अतिथियों ने विद्यार्थियों द्वारा किए गए प्रयासों की बहुत प्रशंसा की।

जिला शिक्षा अधिकारी अशोक कुमार बघेल ने कहा कि राज्य के 22 जिलों के 22 सरकारी विद्यालयों में टाबर उत्सव-2023 का आयोजन किया गया, जिसमें प्रात: 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक विद्यार्थियों को आधुनिक मूर्तिशिल्प क्ले मॉडलिंग, रिलिफ एवं थ्री-डी स्कलप्चरल आर्ट में हरियाणा संस्कृति पर आधारित प्रशिक्षण दिए गए। 

यह टाबर उत्सव विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजेश खुल्लर तथा महानिदेशक अमित अग्रवाल एवं शिक्षा विभाग के निदेशक डा. अंशज सिंह के मार्गदर्शन में हृदय प्रकाश कौशल, कला एवं सांस्कृतिक अधिकारी (मूर्तिकला) तथा कार्यक्रम अधिकारी (कल्चर) पूनम अहलावत की देखरेख में किया गया। इसी क्रम में पृथला के राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय में टाबर उत्सव की शुरूआत की गई थी। इस कैंप के माध्यम से स्कूली विद्यार्थियों की प्रतिभा को निखारने का भरपूर अवसर मिला।

उल्लेखनीय है कि इस 30 दिवसीय ग्रीष्मकालीन शिविर टाबर उत्सव का उद्देश्य हरियाणा राज्य के होनहार छात्र-छात्राओं को मूर्तिशिल्प कला में अपनी प्रतिभा निखारने व राज्य में लुप्त हो रही मूर्तिकला के विकास के उद्देश्य के साथ-साथ राज्य में होनहार कलाकारों को सुमार्ग देने हेतु सरकारी स्कूल स्तर के विद्यार्थियों को कला के क्षेत्र में तकनीकी दृष्टिकोण प्रयोगात्मक अभ्यास के साथ लर्निंग बाय डूइंग प्रोसेस से मूर्तिशिल्प व क्राफ्ट की सौदर्यात्मक एवं विभिन्न माध्यमों में तकनीकी प्रशिक्षण दिया गया, जिससे ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान छात्र-छात्राओं का रचनात्मक/कलात्मक विकास हुआ और साथ ही राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में बालक-बालिकाओं को एक स्थान पर एकत्रित कर उस क्षेत्र के सरकारी स्कूलों में प्रशिक्षण/हॉबी क्लासस के रूप में विद्यार्थियों को मूर्तिकला का नि:शुल्क प्रशिक्षण देने का कार्य किया गया। इससे सभी विद्यार्थियों ने भविष्य में कला प्रतियोगिताओं में बढ़-चढक़र भाग लेने के साथ-साथ राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर की मूर्तिशिल्प प्रतियोगिताओं के बारे में भी जानकारी ली।

इस शिविर में विभाग द्वारा हरियाणा राज्य के विभिन्न जिलों से नियुक्त किए गए कलाकारों एवं सह कलाकारों द्वारा हर्ष एवं उत्साह के साथ सभी विद्यार्थियों को मूर्तिकला विधा में प्रयोग होने वाली सामग्री जैसे क्ले, पीओपी (अन्य माध्यम) व सामग्री आदि से लघु मूर्तिशिल्पों को बनाकर रंगों से हुनर भी सिखाए गए, जिससे उन्हें भविष्य में शिक्षा के साथ मूर्तिकला के क्षेत्र में प्रतियोगिता, रोजगार एवं कैरियर बनाने का भी ज्ञान प्राप्त हुआ। 

राज्य में कला संस्कृति तथा मूर्तिकला के उत्थान संरक्षण, संवर्धन एवं विकास के लिए कला को निखार कर अपना कैरियर बना सकते हैं। हरियाणा राज्य में आधुनिक मूर्तिकला के प्रचार-प्रसार के लिए यह शिविर अत्यंत सार्थक सिद्ध हुए हैं। इस शिविर/समर कैंप में विद्यार्थियों को प्रतिदिन रिफ्रैशमेंट भी दी गई। हरेक आयु वर्ग के विद्यार्थियों ने इस शिविर में एक महीने के लिए नि: शुल्क भाग लिया। मूर्तिशिल्प एक मात्र ऐसा विषय है, जिसमें सभी विषयों का अध्ययन एक साथ हो जाता है। यह शारीरिक, मानसिक एवं बौधिक ज्ञान को नवीनता प्रदान करता है। 

हरियाणा राज्य में लुप्त होती मूर्तिकला का विकास एवं विभिन्न माध्यमों में जैसे धातु, लकड़ी, पत्थर, पीओपी, टेराकोटा, कांच, वैल्डिंग, सिरामिक, असेम्बलेज आदि माध्यमों से भी अवगत करवाया गया। कक्षाओं को प्रयोगात्मक व रोचक बनाने के लिए लाईव मॉडल डेमो से भी कार्य करवाया गया। राज्य के लगभग 1200 से 1600 विद्यार्थी इन 30 दिनों में तकनीकी व कलात्मक दृष्टिकोण से लाभान्वित हुए।

हरियाणा संस्कृति एवं शिक्षा विभाग द्वारा लिए गए इस निर्णय से राज्य के सभी शिक्षा अधिकारी एवं रचनात्मक कार्य को संभालने वाले सभी अधिकारी भी प्रसन्न है। विभाग की ओर से नीतू व ममता देवी ने सभी छात्र-छात्राओं को कई नए तरह के कार्य जैसे (धातु की वस्तुएं बनाना, लकड़ी के पुतले, पीओपी के विचित्र एंटीक और साबुन की कलाएं आदि के गुर सिखाए।

राजकीय मॉडल संस्कृतिक वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में चलाए गए टाबर उत्सव में विद्यालय के प्रधानाचार्य डा. सुरेश सिंह ने बताया कि इस दौरान 09 जून 2023 को मूर्तिकला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग हरियाणा के कला एवं सास्कृतिक अधिकारी हृदय कौशल व उनकी टीम द्वारा निरीक्षण कर विद्यार्थियों द्वारा तैयार की गई कलाकृति की प्रशंसा की गई। इसके अतिरिक्त समय-समय पर शिक्षा विभाग की टीम निरीक्षण के लिए आती रही। इस कार्यक्रम में नीतू एवं ममता पांचाल ने बच्चों को विभिन्न कलाओं में पारंगत किया। टाबर उत्सव-2023 के समापन समारोह के मौके पर मोतीलाल, बिमलेश, ज्योति, कर्मवीर, धर्मसिंह उपस्थित रहे।

फेसबुक, WhatsApp, ट्विटर पर शेयर करें

Palwal News

Post A Comment:

0 comments: