डीसी विक्रम सिंह ने गत सायं सेक्टर-12 के कन्वेंशन हॉल में जिला में 02 जुलाई को संघ लोक सेवा आयोग/ यूपीएससी द्वारा आयोजित की जाने वाली प्रवर्तन अधिकारी/ईपीएफओ में खाता अधिकारी, 2023 की लिखित परीक्षा को सुनियोजित ढंग से संपन्न करवाने के लिए पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मुस्तैदी से कार्य करने बारे प्रेरित कर रहे थे। सेक्टर-12 के कन्वेंशन हाल में डीसी विक्रम के मार्गदर्शन में रिहर्सल का आयोजन किया गया। परीक्षा के सफल संचालन के लिए आयोजन के लिए संबंधित अधिकारियों को टिप्स संघ लोक सेवा आयोग द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार दिशा निर्देश दिए।
उन्होंने बताया कि आगामी 02 जुलाई रविवार को संघ लोक सेवा आयोग की प्रवर्तन अधिकारी/ईपीएफओ में खाता अधिकारी, 2023 की लिखित परीक्षाएं फरीदाबाद में आयोजित की जाएगी। इसके लिए जिला में पहले चरण की परीक्षा के लिए 52 परीक्षा और दूसरे चरण की परीक्षा के लिए 56 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। यूपीएससी/संघ लोक सेवा आयोग की प्रवर्तन अधिकारी/ईपीएफओ में खाता अधिकारी, 2023 की परीक्षा का पहला चरण प्रातः 9:30 बजे से 11:30 बजे तक व दूसरा चरण दोपहर 02:00 बजे से सायं 04:00 बजे आयोजित किया गया।
डॉ एम पी सिंह ने कहा कि यूपीएससी की प्रवर्तन अधिकारी/ईपीएफओ में खाता अधिकारी, 2023 की लिखित परीक्षाओं यह काफी संवेदनशील कार्य है जिसे ड्यूटीरत अधिकारियों को पूरी जिम्मेदारी के साथ करना है। वहीं परीक्षा की पवित्रता तथा कानून व्यवस्था स्थापित करने के लिए केंद्रवार ड्यूटी मजिस्ट्रेट, ट्रांजिट ऑफिसर एवं लोकल इंस्पेक्टिंग ऑफिसर की नियुक्तियां की गई हैं। उन्होंने कहा कि अधिकारी यह भी सुनिश्चित करें कि परीक्षा के दौरान किसी प्रकार की लापरवाही की गुंजाइश ना हो। परीक्षा के लिए संघ लोक सेवा आयोग/ यूपीएससी ने जो नियम निर्धारित किए हैं, उनका दृढ़ता से पालन किया जाए।
यूपीएससी की हिदायतों के अनुसार परीक्षाओं में कोताही बरतने वाले लोगों के खिलाफ तुरंत कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। परीक्षा केंद्रो में केवल ड्यूटी देने वाले अधिकारी अन्दर जा सकते हैं। इसके अलावा कोई भी अधिकारी परीक्षा केंद्रों के अन्दर जाने पर यूपीएससी द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार पूर्णतया पाबंदी है। यूपीएससी द्वारा जारी हिदायतों की पालना करना सभी अधिकारियों का नैतिक दायित्व है, और इस संबंध में किसी प्रकार की कोई कोताही न बरतें क्योंकि ऐसा करने वाले व दोषी पाए जाने वाला व्यक्ति इसके लिए खुद जिम्मेवार होगा।
सरकार द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार उसके खिलाफ तुरंत कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। परीक्षा केंद्र पर मूलभूत सुविधाएं, बिजली, पंखे, जैमर, पेयजल, शौचालय और साफ सफाई सहित अन्य उचित व्यवस्था के प्रबंध बारे भी अधिकारी ध्यान रखें और सुरक्षा के दृष्टिगत ऐसी कोई भी परीक्षा सहयोगी सामग्री जो आपत्तिजनक है। उसको केंद्र में अंदर जाने ना दें।
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