कार्यशाला के मुख्य अतिथि जिला साइबर सैल व क्राइम बांच के इंचार्ज सत्यनारायण रहे। कार्यक्रम का संचालन महिला एवं बाल विकास विभाग पलवल की जिला कार्यक्रम अधिकारी प्रवीण शादाब की अध्यक्षता में बाल संरक्षण अधिकारी सीता इंदीवर द्वारा किया गया।
कार्यशाला के अंतर्गत संबंधित विभागों के अधिकारियों ने अपने-अपने विचार रखे। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य युवाओं और महिलाओं को बढते महिला एवं बाल अपराध, यौन शोषण और मानव तस्करी की जानकारी देना व ऐसे मामलों में संरक्षण के लिए जानकारी देना था। इस मुहिम के तहत साइबर क्राइम, साइबर सुरक्षा, तस्करी के विभिन्न पहलुओं से युवाओं को परिचित करवाना व उन्हें संरक्षित करना है।
जिला बाल संरक्षण कार्यालय द्वारा समय-समय पर बच्चों से जुड़े अपराधों व उनके निदान तथा उनसे संबंधित सहायक योजनाओं की जानकारी दी जा जाती है। जिला बाल संरक्षण समिति का मुख्य उद्देश्य बाल तस्करी मुक्त जिला की अभिलाषा से बनी इस कार्यशाला में सभी को साइबर क्राइम, मानव तस्करी से बचाव व समाधान हेतु जिलास्तर पर कार्यरत एनजीओज अथवा सरकारी विभाग की जानकारी के साथ-साथ सहायक बाल हेल्पलाइन नंबर-1098, साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर-1930, 112, सखी मंच वन स्टॉप सेंटर की जानकारी दी।
इस कार्यक्रम में लगभग 100 युवाओं ने भाग लिया तथा मानव/बाल तस्करी मुक्त जिला बनाने की शपथ लेते हुए व अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहकर समाज में पनप रही इस व्यवस्था को खत्म करने का प्रण लिया। इस कार्यशाला में अपने-अपने हस्ताक्षर व हस्तचिन्ह द्वारा युवाओं ने अपनी-अपनी शपथ में जिला को बाल तस्करी मुक्त कर बाल संरक्षण व सुरक्षित वातारण बनाने का प्रण लिया।
कार्यक्रम में जिला बाल संरक्षण कार्यालय से बाल संरक्षण अधिकारी जाहुल खान, सामाज कार्यकर्ता दिनेश कुमार, चाइल्ड हेल्पलाइन से रचना सौरोत व सोनिया, टी.आई. एनजीओ से परियोजना प्रबंधक भोजपाल, अनीता, जिला रैडक्रॉस सोसायटी से जिला प्रशिक्षण समन्वयक नितिन, हेमा, शक्तिवाहिनी एनजीओ से वर्षा मौजूद रहीं।
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