बैठक में कोई सहमति ना बन कारण दूसरी बैठक निगम कमिश्नर जितेंदर दहिया, डीसीपी मुकेश मल्होत्रा, व डीसीपी पूजा वशिष्ठ के नेतृत्व में संपन्न हुई।
प्रतिनिधियों ने अपनी बात मज़बूती से रखते हुए कहा कि उन्हें रिवाजपुर की ज़मीन का निगम को कब्ज़ा देने में कोई आपत्ति नहीं है बशर्ते कि वह ज़मीन किसी सृजनात्मक कार्य के लिए इस्तेमाल हो ना कि कूड़ाघर के लिए।
निगम कमिश्नर जितेंदर दहिया ने कहा कि निगम यह ज़मीन केवल 15 सालों के लिए अस्थायी कूड़ाघर बनाने के लिए इस्तेमाल कर रहा है जिसका कि विभाग लिखित में करार करने को भी सहमत है। कूड़े से होने वाले दुष्प्रभावों को कम करने के लिए निगम रिवाज़पुर गाँव में 10 करोड़ तक के विकास कार्य करवाने को भी सहमत हो गया है।
इसके अलावा ग्रामवासियों की किसी और मांग पर विचार करने की सहमति कमिश्नर नगर निगम ने दी।
ग्रामवासियों ने 5 दिन का समय माँगा है जिसमे कि वह कोई वैकल्पिक ज़मीन ढूंढने का काम करेंगे और अपनी गाँव बस्ती से इन मांगों को लेकर चर्चा करेंगे।
इस बैठक में ग्रामवासियों व क्षेत्रवासियों की तरफ से नाहर सिंह चौहान,माला चौहान, कुसुम भाटी, पारस भारद्वाज, रोहताश बिधूड़ी, हरी दत्त, हरी किशोर, ख़ज़ान सिंह , संजय चौहान सरपंच, ललित सरपंच, कँवर सिंह सरपंच, राजीव चौहान भान सिंह, सुभाष चन्दर , वैभव, कुलदीप त्यागी , नीटू त्यागी व अन्य सरदारी मौजूद रही।
क्षेत्र प्रतिनिधियों ने अधिकारियों की बात को सकारात्मक रूप से सुनते हुए कोई उचित समाधान निकालने का आश्वासन दिया।
सेव फरीदाबाद संस्था के अध्यक्ष पारस भारद्वाज ने कहा कि सभी लोग समन्वय से क्षेत्र की भलाई चाहते हैं परन्तु जनता की आवाज़ से बड़ी कोई आवाज़ नहीं होती और यदि कोई व्यक्ति समाधान से संतुष्ट नहीं है तो उसको न्यायलय जाने का पूरा अधिकार है।
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