शिविर में प्रोफेसर नरेंद्र कुमार गोयल, जिंदगी की खुशियां फाउंडर मंजुर अहमद, उप बचान पक्ष के अधिवक्ता जगत सिंह रावत, सहायक बचाव पक्ष की अधिवक्ता पिंकी शर्मा, पैनल अधिवक्ता फुलवास डागर, कॉओरडिनेटर प्रदीप जोशी द्वारा उपस्थित छात्रों को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के महत्व, संवैधानिक अधिकार व कर्तव्यों, नालसा व हालसा योजनाओं, सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं तथा साइबर अपराधों की रोकथाम संबंधी कानूनों, वन स्टॉप सेंटर सहित जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा जरूरतमंदों को प्रदान की जाने वाली सेवाओं के बारे में जागरूक किया।
शिविर में महिला हेल्पलाइन नंबर-1091, चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर-1098, साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर-1930, पुलिस हेल्पलाइन नंबर-112, एबुलेंस हेल्पलाइन नंबर-108, वन स्टॉप सेंटर हेल्पलाइन नंबर-181, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण पलवल के कानूनी साहयता हेल्पलाइन नंबर-01275-298003 के बारे में विस्तार पूर्वक जागरूक किया गया। शिविर का संचालन इंस्टीट्यूट की शिक्षक अंकाक्षशा भाटिया व कंचन द्वारा किया गया।
शिविर में 240 छात्रों व शिक्षकों ने भाग लिया। कैंप के माध्यम से जिंदगी की खुशियां फाउंडेशन की और से गांव सेवली की योगा गर्ल लवली द्वारा योगा प्रदर्शन भी किया गया। संस्थान की ओर से सभी लीगल टीम, फाउंडेशन की टीम तथा योगा गर्ल लवली व उसके पिता धारा सिंह को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
लीगल टीम के सभी वक्ताओं ने कहा कि आज साइंस व टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में इंजिनियरों और वैज्ञानिकों की उपलब्धियों को मनाने के लिए राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस मनाया जाता है। आज प्रौद्योगिकी की हर क्षेत्र में आवश्यकता है। इसका महत्व केवल विज्ञान में ही नहीं बल्कि एक देश को आगे बढ़ाने के हर पहलू पर होता है। पूर्व प्रधानमंत्री स्व. श्री अटल बिहारी वाजपेयी व पूर्व राष्ट्रपती व वैज्ञानिक डा. एपीजे अब्दुल कलाम व उनकी टीम का प्रौद्योगिकी विकास में अहम योगदान की भी सराहना की गई।
उपस्थित छात्रों को साइबर अपराधों से बचने के लिए मोबाइल द्वारा नेट बैंकिग व सोशल मिडिया पर बरती जाने वाली सावधानीयों के बारे में जागरूक किया गया। शिविर में संस्थान की छात्रा स्विीटी ने भी साइबर अपराध के विषय में अपने विचार व्यक्त किए। जिदंगी की खुशियां फाउंडेशन के मंजुर अहमद ने बताया कि आज बेसहारा बच्चों को निशुल्क शिक्षा व उनके स्वास्थ्य के लिए कार्य किए जा रहे हैं।
शिविर के माध्यम से छात्रों को अलग-अलग विषयों पर प्रश्रोत्तरी के माध्यम से कानूनी व प्राधिकरण की सेवाओं तथा प्रौद्योगिकी दिवस की उपयोगिता पर भी जोर दिया गया। छात्रों को पर्यावरण संरक्षण व राष्ट्रीय सेवा के लिए भी प्रेरित किया गया।
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